एकतरफा प्यार में की गई थी तीन साल की बच्ची की दोनों पैर काटकर हत्या

रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर में तीन साल की बच्ची की पैर काटकर नृशंस हत्या की वारदात को पड़ोसी युवती ने एकतरफा प्यार में अंजाम दिया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने उसने अपना गुनाह तो कबूला ही साथ ही यह भी बताया कि वह उसके पिता से प्यार करती थी। उसके पिता का अफेयर भी आरोपी युवती के साथ था लेकिन उसने दूसरी युवती से शादी कर ली और इसी से बौखलाकर उसने बच्ची का कत्ल कर डाला।

बिलासपुर के धावनी हसनपुर गांव में रहने वाले दानिश की तीन साल की बेटी अनायजा नूर सात अप्रैल को लापता हो गई थी। इसके बाद घरवालों ने काफी खोजबीन की, लेकिन बच्ची का पता नहीं लगा। इसके बाद बिलासपुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने भी काफी तलाश किया, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला। मंगलवार सुबह करीब सवा 9 बजे गांव की कुछ महिलाएं एक खाली पड़े प्लाट में कूड़ा डालने गई थीं। वहां उन्हें एक बंद बोरी दिखी, जिस पर मक्खियां भिनभिना रही थीं। महिलाओं ने पास जाकर देखा, तो बोरी में किसी की लाश थी। इसके बाद महिलाओं ने गांव वालों को इस बार में बताया। फिर पुलिस को सूचना दी गई। थोड़ी ही देर बाद सीओ रवि खोखर और प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बोरी को खोलकर देखा, तो उसमें एक बच्ची की लाश थी। उसके दोनों पैर कटे थे। जबकि दोनों हाथ रस्सी से बंधे थे। चेहरे पर पालिथीन ढकी थी। शव की शिनाख्त अनायजा नूर के रूप में हुई। इसी बीच सूचना मिलने बच्ची के घरवाले भी रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने पड़ोसी दुकानदार सगीर अहमद की पत्नी सहित 5 लोगों को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने जब इन लोगों से सख्ती से पूछताछ की तो पूरा का पूरा माजरा निकलकर सामने आ गया। दुकानदार की 19 साल बेटी फरानाज ने बच्ची की हत्या करने की बात कबूल कर ली।

ये बोली आरोपी युवती 
दुकानदार की 19 साल की बेटी फरानाज ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसका बच्ची के पिता दानिश से पहले से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। हम दोनों एक-दूसरे से मिलते रहते थे। 5 साल पहले दानिश की शादी किसी और से तय हो गई। मैंने इसका विरोध किया था। लेकिन वह मान नहीं रहा था। इस बीच उसकी शादी हो गई। इसके बाद भी हम लोग मिलते रहे। जब यह बात उसकी पत्नी को पता चली, तो वह मुझसे नफरत करने लगी। मेरे परिवार से रंजिश रखने लगी। दानिश की एक 3 साल की एक बच्ची भी थी। उसको देखकर मुझे बहुत नफरत होती थी। वह मेरे घर की दुकान पर वह अक्सर टॉफी लेने आती थी। रविवार की सुबह बच्ची दुकान पर टॉफी लेने आई थी। इसी दौरान बच्ची को मैं घर की छत पर बने कमरे में ले गई। इसके बाद मुंह को एक पालिथीन से ढका और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद बच्ची के दोनों पैर काट दिए। जिससे लगे कि तंत्र-मंत्र में हत्या की गई है। इसके बाद बच्ची का शव बोरी में भरा। फिर मौका पाकर घर के पास खाली पड़े प्लाट में शव को फेंक दिया। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि घटना के पर्दाफाश के लिए सर्विलांस, एसओजी सहित तीन टीमें लगाई गई थी। इस दौरान टीम ने फरानाज पुत्री सगीर अहमद को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई, तो उसने मासूम की हत्या करना स्वीकार किया।

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