आर्टिकल 370 हटने के बाद खुलकर सांस ले रहे जम्मू कश्मीर के बाशिंदे

जम्मू-कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर में विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर के लाभार्थियों से बातचीत की। इसके साथ ही 6400 करोड़ रुपए की लागत से 53 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद जवानों के परिवारों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती के स्वर्ग पर आने का ये अहसास ये अनुभूति शब्दों से परे है। उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब देश में जो कानून लागू होते थे वे कश्मीर में नहीं लागू हो पाते थे। एक जमाना था। जब गरीब कल्याण की योजनाएं पूरे देश में लागू होती थी, लेकिन जम्मू-कश्मीर के मेरे भाई बहन उनका लाभ नहीं ले पाते।

अब देखिए वक्त ने कैसे करवट बदली है। आज श्रीनगर से आपके साथ ही पूरे भारत के लिए योजनाओं को आरंभ हुआ है। कहा कि ये वो नया जम्मू कश्मीर है, जिसका इंतजार हम सभी को कई दशकों से था। ये वो नया जम्मू कश्मीर है, जिसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था। इस नए जम्मू कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है, इस नए जम्मू कश्मीर के इरादों में चुनौतियों को पार करने का हौंसला है। आपके इस प्यार से मैं जितना खुश हूं, उतना ही कृतज्ञ भी हूं। मोदी प्यार के इस कर्ज को चुकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। 2014 के बाद मैं जब भी आया, मैंने यही कहा कि मैं ये मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं। और मैं दिनों-दिन देख रहा हूं कि आपका दिल जीतने की सही दिशा में मैं जा रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर केवल एक क्षेत्र नहीं है। जम्मू कश्मीर भारत का मस्तक है, और ऊंचा उठा मस्तक ही विकास और सम्मान का प्रतीक होता है। इसलिए विकसित जम्मू कश्मीर, विकसित भारत की प्राथमिकता है। जब इरादे नेक हों, संकल्प को सिद्ध करने का जज्बा हो तो फिर नतीजे भी मिलते हैं। पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे यहां जम्मू कश्मीर में जीळ20 का शानदार आयोजन हुआ। आज यहां जम्मू कश्मीर में पर्यटन के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। अकेले 2023 में ही 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक यहां आए हैं। जम्मू कश्मीर में पर्यटन के साथ ही कृषि और कृषि उत्पादों की ताकत भी है। जम्मू कश्मीर की केसर, सेब, यहां के मेवे, जम्मू कश्मीरी चेरी, जम्मू कश्मीर अपने आप में ही इतना बड़ा ब्रांड है। उन्होंने कहा कि यहां की झीलों में जगह-जगह कमल देखने को मिलते हैं। 50 साल पहले बने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एशोसिएशन के लोगो में भी कमल है। ये सुखद संयोग है या कुदरत का कोई इशारा कि भाजपा का चिन्ह भी कमल है और कमल के साथ तो जम्मू कश्मीर का गहरा नाता है।

आर्टिकल 370 हटने के बाद मिली आजादी
जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर आज खुलकर सांस ले रहा है। बंदिशों से ये आज़ादी आर्टिकल 370 हटने के बाद आई है। दशकों तक सियासी फायदे के लिए कांग्रेस और उसके साथियों ने 370 के नाम पर जम्मू कश्मीर के लोगों को गुमराह किया, देश को गुमराह किया। 370 से फायदा जम्मू कश्मीर को था या कुछ राजनीतिक परिवार ही इसका लाभ उठा रहे थे? जम्मू कश्मीर की आवाम ये सच्चाई जान चुकी है कि उनको गुमराह किया गया था। कुछ परिवारों के फायदे के लिए जम्मू कश्मीर को जंजीरों में जकड़ दिया गया था। आज 370 नहीं है, इसलिए जम्मू कश्मीर के युवाओं की प्रतिभा का पूरा सम्मान हो रहा है, उन्हें नए अवसर मिल रहे हैं। आज यहां सबके लिए समान अधिकार भी है, समान अवसर भी है।

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