नोएडा : कंबोडिया से चल रहा था साइबर ठगी का धंधा, विदेशी नागरिक समेत तीन गिरफ्तार

नोएडा। जिले की बिसरख थाना पुलिस ने साइबर ठगी के धंधे का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो विदेशी हैं जबकि एक गौतमबुद्ध नगर का व्यक्ति शामिल है। पुलिस ने गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों के पास से 09 मोबाइल फोन, 531 एक्टिवेट सिम, भारी मात्रा में विदेशी व भारतीय करेंसी, पासपोर्ट, डीएल, डेबिट कार्ड, क्रेड़िट कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह तीनों लोग अब तक अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 100 करोड रुपए से ज्यादा की साइबर ठगी कर चुके हैं।

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि इनमें एक व्यक्ति चाइनीज है जिसका नाम सूयू मिंग है जो नोएडा में बिना बीजा व परमिट के रहकर नेपाल के रहने वाले अनिल थापा और गौतमबुध नगर के कटेरा के रहने वाले विनोद उर्फ अगस्त्य भाटी के साथ मिलकर लोगों के साथ शेयर मार्केट में निवेश गेमिंग एप पैसे कमाने के नाम पर लिंक भेज कर ठगी करते थे। इनका धंधा कंबोडिया से संचालित हो रहा था। पुलिस ने तीनों अभियुक्त को रिमांड पर लेकर पहुंचा शुरू कर दी है कि उनके साथ और कौन-कौन लोग इस धंधे से जुड़े हुए हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों में मुख्य सरगना चीन का रहने वाला सूयू मिंग है। सूयू मिंग और अनिल थापा की विनोद उर्फ अगस्त्य साइबर ठगी के मामलों में मदद करता था।

20 से ज्यादा लोग गैंग में शामिल
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डीसीपी सेंट्रल सुनीता ने बताया इस साइबर ठगी के गिरोह में 20 से ज्यादा भारतीय युवक शामिल है, जो कंपनियों का डाटा खरीदते हैं और डाटा के जरिए सिम कार्ड हासिल करके लोगों से ठगी करते हैं। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। ताकि साइबर ठगी से जुड़े अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि नोएडा के गॉड सिटी मॉल के पास साइबर ठगी का धंधा चला रहे थे।

कंबोडिया तक फैला नेटवर्क
गिरफ्तार किए गए अनिल थापा ने बताया कि उसे चाइनीज भाषा भी बोलनी आती है और उसके साथ ही चाइना से सूयू मिंग उनके साथ भारत आया था। यहां विनोद की मदद से इन लोगों ने सिम कार्ड खरीदने शुरू कर दिए और लोगों से ठगी की। पूछताछ में यह भी पता चला है कि कुछ युवकों को इन लोगों द्वारा कंबोडिया भेजा गया है। जिम गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा दादरी, दिल्ली , हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के युवक शामिल है। कंबोडिया से ही भारतीय युवक यहां के लोगों को फोन करके झांसे में फंसा कर लोगों से साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे।

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