गाजियाबाद : प्रजापति समाज यात्रा में बवाल के बाद मुकदमा, सभी को थाने से जमानत

गाजियाबाद। हरिद्वार से दिल्ली जा रही प्रजापति समाज की यात्रा में बवाल के बाद पुलिस ने समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर पुलिस पर हमला करने, बलवा समेत सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। हालांकि पुलिस ने सभी को शुक्रवार देर रात थाने से ही जमानत दे दी।

हमले में दो सब इंस्पेक्टर सहित 5 पुलिसकर्मी चोटिल बताए गए हैं। इधर, प्रजापति समाज की तरफ से भी करीब 16 लोग घायल हैं, जिन्होंने सरकारी अस्पताल पहुंचकर इलाज कराया है। फिलहाल गाजियाबाद पुलिस की इस कार्रवाई से प्रजापति समाज के लोगों में रोश व्याप्त है। प्रजापति समाज की राजनैतिक हिस्सेदारी के लिए एक संकल्प यात्रा 27 फरवरी को हरिद्वार से शुरू हुई थी, जो दिल्ली के जंतर-मंतर तक जानी थी। 29 फरवरी को ये यात्रा गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दी। इस पर कई घंटे विवाद हुआ, जिसके बाद यात्रा आगे बढ़ गई। एक मार्च को ये यात्रा गाजियाबाद के साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया साइट-4 इलाके में पहुंची। यहां फिर पुलिस द्वारा यात्रा रोके जाने पर खूब बवाल हुआ। प्रजापति समाज का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। इसमें तमाम लोग घायल हो गए।

 इन धाराओं में लिखा गया केस
इस मामले में लिंक रोड थाने की प्रभारी प्रीति सिंह ने शुक्रवार देर रात धारा 147, 148, 188, 353 और 427 में एक मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के अध्यक्ष दारा सिंह, रमेश प्रजापति, अनिल प्रजापति, सोमपाल सिंह, राजपाल, प्रविंदर प्रजापति, नितिन, नरेंद्र कुमार, महीपाल, राजेंद्र, राहुल, अनुज इंद्रवाल, अनुज प्रजापति, सत्यवीर, प्रवीन, जगदीश प्रसाद, फिरेराम प्रजापति को नामजद किया है और 150-200 लोग अज्ञात में दर्शाए हैं। पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी प्रीति सिंह ने बताया कि धाराएं जमानती थीं, इसलिए शुक्रवार को ही सभी को जमानत दे दी गई।

पुलिस पर हमले का आरोप
थाना प्रभारी प्रीति सिंह ने एफआईआर में लिखवाया है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खूब समझाया, लेकिन ये नहीं माने और पुलिस पर लाठी-डंडे व पत्थर बरसाने लगे। इसमें सब इंस्पेक्टर अमित शर्मा और भूपेंद्र प्रताप सिंह, हेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार, बंटी कुमार व संजय शर्मा घायल हो गए। पुलिस जीप का शीशा टूट गया। पुलिस पर हमला करके सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की गई।

Exit mobile version