गाजियाबाद। जिले की थाना लोनी बॉर्डर पुलिस ने लूट की झूठी घटना का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने एक लाख 22 हजार 900 रुपये बरामद किए हैं। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि जिस जगह में काम करता है। उसने मालिक से रुपए मांगे थे, लेकिन मालिक के रुपए देने से मना करने पर उसने लूट की फर्जी घटना का ड्रामा रचा था और खुद ही थाने जाकर लूट की शिकायत की थी।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि 23 फरवरी को लोनी बॉर्डर थाने में हिमांशु निवासी नेईपुरा ने तहरीर देते हुए बताया कि वह संदीप गोयल की थोक की दुकान से माल खरीदने वाले खुदरा दुकानदारों से कैश कलेक्शन करने का काम करता है। 22 फरवरी को वह मार्किट से कैश कलेक्शन करके वापस आ रहा था। तभी रास्ते में 03-04 लोगों ने उसके चेहरे पर ब्लेड मार कर रुपयों सहित बैग छीन लिया है। पुलिस ने हिमांशु की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज चेक कर लोगों से पूछताछ की साथ ही हिमांशु से भी पूछताछ की गई। जिस पर वह कोई सही व स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया। इसके बाद पुलिस ने सख्ती से हिमांशु से ही पूछताछ की तो उसने लूट की फर्जी घटना की सूचना देने की बात को स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हिमांशु के पास से कैश व बैग बरामद कर लिया। पूछताछ में आरोपी हिमांशु ने बताया कि वह करीब 08 महीने से कैश कलेक्शन का काम कर रहा है। उसे कुछ पैसे की सख्त जरूरत थी तो उसने अपने मालिक से एडवांस मे कुछ रुपये मांगे थे,लेकिन मालिक ने पैसे देने से मना कर दिया था। जिसके बाद उसने कैश कलेक्शन के पैसे गबन करने की नियत से अपने घर में छिपा दिए और अपने चेहरे पर ब्लेड मारकर पुलिस व मालिक को झूठी लूट की सूचना दी थी। उन रुपयों में से कुछ रुपये मैने खर्च दिये है।
घर की जरूरत में बना दिया गुनहगार
हिमांशु ने पुलिस को यह भी बताया कि वह पिछले 8 महीने से अपने मालिक के यहां ईमानदारी से कैश कलेक्शन कर रहा था, लेकिन अचानक से उसके घर में पैसों की जरूरत पड़ गई। जिसकी वजह से उसने अपने मालिक से पहले एडवांस में रुपए मांगे, जब मलिक ने एडवांस में रुपए नहीं दिए। तब उसने फर्जी लूट की कहानी का गुनाह किया। अगर हिमांशु के मालिक ने उसे एडवांस रुपए दे दिए होते तो वह इस तरह की हरकत नहीं करता।