गाजियाबाद : मजदूर की हत्या के बाद भीड़ ने थाना घेरा, नारेबाजी, आठ पर मुकदमा

गाजियाबाद। काम करके लौट रहे मजदूर की कार से कुचलकर हत्या के मामले में परिजनों ने गांव वालों की मदद से थाना व तहसील पर प्रदर्शन कर प्रभावी कार्रवाई की मांग की। इस पर पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। इसमें दो नामजद व छह लोग अज्ञात हैं।

निवाड़ी के सारा गांव निवासी मदन जाटव का बड़ा बेटा प्रदीप मजदूरी करता था। प्रदीप के परिजन धर्मवीर ने बताया कि रविवार रात लगभग नौ बजे प्रदीप काम से गांव निवासी मनीष के ऑटो से घर लौट रहा था। ऑटो में गांव निवासी अरुण और कुणाल भी सवार थे। जैसे ही वह गांव के बाहर एक ट्यूबवेल के समीप पहुंचे तो वहां लगभग आठ युवक सड़क पर कार खड़ी कर शराब पी रहे थे। काफी देर तक जब आरोपियों ने जब रास्ता नहीं दिया तो प्रदीप ने उनसे कार हटाने के लिए कहा। इससे युवक गुस्सा हो गए और प्रदीप व उसके साथियों के साथ गाली गलौज करने लगे। आरोप है कि गुस्साए कार सवारों ने प्रदीप को ऑटो से खींचकर उसे पीटा और सड़क पर गिराकर उस पर तीन से चार बार कार चढ़ाई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग गए। साथी और परिजन लहूलुहान प्रदीप को मोदीनगर के जीवन अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने प्रदीप को मृत घोषित कर दिया।

मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग
प्रदीप की हत्या से गांव में आक्रोश पैदा हो गया। घटना के विरोध में काफी संख्या में ग्रामीण परिजनों के साथ सोमवार सुबह निवाड़ी थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। लोगों ने आरोपियों पर रासुका, उनके घरों पर बुलडोजर और 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी और एक भूमि पट्टे की मांग की। यहां प्रदर्शन करने के बाद भीड़ ने मोदीनगर तहसील पहुंचकर हंगामा किया। लगभग दो घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही। किसी तरह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया।

एक आरोपी गिरफ्तार
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि प्रदीप के परिजन धर्मवीर की तहरीर पर अनमोल वाल्मीकि और आशीष सहित पांच से छह अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट व हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है। एक आरोपी अनमोल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की पांच टीमें फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही हैं।

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