गाजियाबाद। जिले में एक किराए के फ्लैट में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। जहां पुलिस ने छापेमारी कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार 11 लोगों में कुछ महिलाएं भी शामिल बताई जा रही हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है कि फ्लैट में जिस्मफरोशी का धंधा कौन करवा रहा था।
मामला शालीमार गार्डन थाना इलाके के दिलशाद गार्डन एक्सटेंशन-2 का बताया जा रहा है। यहां के सिद्धि की बिल्डिंग में दिल्ली के जाफराबाद की रहने वाली नगमा नाम की महिला पिछले कई सालों से किराए पर रहती थी। नगमा फ्लैट में महिलाओं और युवतियों से जिस्मफरोशी का धंधा करती थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जब फ्लैट में छापेमारी की तो मौके से पुलिस ने 8 महिलाएं व युवतियां और तीन ग्राहक पकड़े हैं। जिसमें जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली महिला भी शामिल है। पुलिस की पूछताछ में जिस्मफरोशी का धंधा करवाने वाली महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने 3 साल पहले अरविंद नाम के व्यक्ति से फ्लैट को लीज पर लिया था। तब से वह इस धंधे को करवा रही थी। मामले में एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया की पुलिस की छापेमारी के दौरान जिस पड़ोसी का धंधा करने वाली सरगना नगमा उर्फ सायरा पत्नी आफताब, फिरदौस गुलशन, प्रीति व ग्राहक संजय सिंह, देवांदन, शाकिर, चार युवती भी पकड़ी गई है। जिन पर पुलिस पूछताछ के बाद कार्यवाही कर रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। जिनकी तलाश में पुलिस लगातार जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली महिलाओं से पूछताछ कर रही है।
युवतियों को जाल में फंसाती हैं संचालिकाएं
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जो युवतियां पकड़ी गई हैं उन्होंने बताया कि नौकरी व काम मांगने के नाम पर इन लोगों ने उन्हें बुलाया था। इसके बाद उन्होंने मजबूरी में इस काम में उतरने की सलाह दी। जब उन लोगों ने वीडियो फोटो बना लिया तो ब्लैकमेल करने लगे। यह लोग यह धंधा छोड़कर कुछ और काम ना कर पाए।
ग्राहकों को लाने की भी जिम्मेदारी
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि इस गिरोह में शामिल कुछ संचालिकाएं ग्राहकों की तलाश में रहती थी, तो कुछ संचालिकाएं नई-नई युवतियों को नौकरी व कामकाज दिलवाने के नाम पर फंसा कर फ्लैट में लाती थी। फ्लैट में आने के बाद युवतियां गिरोह में फंसकर जिस्मफरोशी का धंधा करने को मजबूर होती थी।