प्राधिकरण के खिलाफ दिल्ली रवाना हुए किसान, यूपी बार्डर बंद

नोएडा। प्राधिकरण की नीति के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने अब दिल्ली को रवानगी ली है। किसानों का कहना है कि वो संसद का घेराव करके विरोध दर्ज कराएंगे। नतीजतन यूपी-दिल्ली हाईवे जाम हो गया है। नोएडा एक्सप्रेस-वे बंद किया गया है। इसके साथ ही किसानों को जगह-जगह रोका जा रहा है। नतीजतन पुलिस से नोकझोंक की स्थिति भी बन रही है।

ट्रैक्टर-ट्रॉली और पैदल ही दिल्ली की तरफ बढ़ रहे 200 किसानों को हिरासत में लिया गया है। चिल्ला बॉर्डर से पहले प्रेरणा स्थल के पास सड़क पर गाड़ियां लगाकर किसानों को रोका गया। करीब 1 घंटे की वार्ता के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। चिल्ला बार्डर की तरफ बढ़ने लगे। हालांकि, फिर किसानों को रोका गया है। वहीं, पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं को बसों में बैठाया। इसके अलावा धरना रथ किसानों को भी बसों के जरिए लेकर जा रहे हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व अंसल बिल्डर के खिलाफ नोएडा के किसान 60 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके साथ 3 किसान संगठन भी हैं। बुधवार को हुई महापंचायत में दिल्ली संसद घेराव का ऐलान किया गया। इसको देखते हुए प्रशासन ने धारा-144 लागू कर दी है। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखेर खलीफा ने मीडिया से कहा,“किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। हमारे हजारों किसान भाइयों को हाउस अरेस्ट किया गया है। किसान बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ रहे हैं।

2019 से चल रहा है आंदोलन
किसानों की नाराजगी की वजह यह है कि उन्हें जमीन के बदले या तो मुआवजा नहीं मिला और जिन्हें मिला भी उन्हें उनकी मांग के अनुरुप नहीं मिला। साथ ही कुछ भूमिहीन परिवार भी मुआवजे की मांग कर रहे हैं। 2019 के बाद से ही नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।

किसानों से महामाया फ्लाईओवर के नीचे हुई वार्ता
नोएडा से दिल्ली जाने वाले महामाया फ्लाईओवर के नीचे पुलिस ने किसानों को रोका है। इस सड़क को बंद किया गया है। यहां करीब 250 किसान मौजूद हैं। पुलिस अधिकारियों के साथ किसानों की करीब 30 मिनट तक वार्ता चली। लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच कर दिया। नोएडा-दिल्ली चिल्ला बॉर्डर पर भारी पुलिस बल से साथ बैरिकेडिंग गई है। सीमेंट ब्लॉक रखे गए हैं। ताकि किसान दिल्ली कूच करें सीमेंट ब्लॉक लगाकर ने रोका जा सके।

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