गाजियाबाद। नगर निगम में तैनात तकरीबन दो हजार संविदा सफाइकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। सफाइकर्मियों ने नगर निगम मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनकी मांग है कि तनख्वाह बढ़ाई जाए और उन्हें स्थाई किया जाए। वहीं यह भी आरोप लगाया गया है कि मेयर ने प्रदर्शन में शामिल महिला सफाईकर्मियों के फैशन पर भी टिप्पणी की है। इधर, यहां की सफाई व्यवस्था भी चरमराने लगी है।
गाजियाबाद नगर निगम सफाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले चल रही हड़ताल व धरना प्रदर्शन के दौरान सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राहुल चौहान ने कहा, निगम में करीब पांच हजार संविदा सफाईकर्मी कार्यरत हैं। इसमें कई 25 साल से भी ज्यादा वक्त से काम कर रहे हैं। इन सभी को स्थायी किया जाए। जो अस्थायी सफाई नायक हैं, उन्हें स्थायी रूप से सफाई नायक बनाया जाए। इसके अलावा करीब पांच हजार से ज्यादा सफाईकर्मियों के पीएफ का पैसा उनके खाते में तत्काल भेजा जाए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कई और मांगें हैं, जिन पर बीते कई महीने से सुनवाई नहीं हो पाई है। इस पर सफाईकर्मियों ने पांच फरवरी से हड़ताल शुरू करने का फैसला लिया है।
मेयर के घर में कूड़ा भरने की चेतावनी
सफाईकर्मी महिलाओं का आरोप है कि मेयर सुनीता दयाल ने सोमवार को हमारे फैशन को लेकर टिप्पणी की है। मेयर ने कहा है कि हम बिंदी-लिपिस्टक लगाकर आती हैं, सोने की चार-चार अंगूठी पहनती हैं। क्या हम मेयर की मेहनत से ये सब पहनते हैं? क्या हम विधवा हैं? क्या हमारे शौक नहीं हैं? अगर हम मेहनत कर रहे हैं तो अपने शौक भी पूरे करेंगे। अगर मेयर ने हमारी मांगें नहीं मानीं तो उनके घर में कूड़ा भर देंगे। महिलाओं का कहना था कि हम सुबह 5 बजे अपने काम पर आ जाते हैं। अगर मेयर को हमारे फैशन से जलन हो रही है तो वो खुद झाडू लेकर शहर की सफाई कर लें।