गाजियाबाद: सीएनजी का मैन्युफेक्चरिंग प्लांट लगवाने के नाम पर 26 लाख हड़पे

गाजियाबाद। जिले में धोखाधड़ी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक बार फिर सीएनजी का मैन्युफेक्चरिंग प्लांट लगवाने के नाम पर 26 लाख रुपये की धोखाधड़ी का करने का मामला सामने आया है। मामले की जानकारी पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज का जांच शुरू कर दी है।

इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के ऑरेंज काउंटी कॉलोनी के रहने वाले निशांत मित्तल ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर चार लोगों पर 26 लख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पुलिस को दिए गए पत्र में निशांत मित्तल ने बताया कि 2021 में अखबार में छपी विज्ञप्ति के आधार पर एमपी पाठक और अंकुर दूबे से संपर्क कर सीएनजी का मैन्युफेक्चरिंग प्लांट लगवाने बात की थी। तब अंकुर ने पंजीकरण कराने के नाम पर एक लाख रुपए ले लिए थे। इसके कुछ महीनो बाद ही अंकुर ने निशांत से 25 लाख रुपए और जमा करा लिए। निशांत ने 26 लाख रुपए भी दे दिए इसके बाद भी सीएनजी का मैन्युफेक्चरिंग प्लांट लगने की शुरू नहीं हुआ तो उन्होंने दोबारा अंकुर से संपर्क किया। तब अंकुर ने उन्हें बहाना बनाकर निशांत को करीब तीन साल से टहलता रहा। जिसके बाद निशांत ने मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की।

चार लोगों पर दर्ज कराया गया मुकदमा
निशांत की तहरीर के आधार पर पुलिस ने एमपी पाठक, अंकुर, मयंक शर्मा व किशोर के खिलाफ 26 लाख रूपए हड़पने और मारपीट व अभद्रता करने का केस दर्ज कराया है। निशांत यह भी आरोप है कि वह 2021 से इन लोगों के पास अपने पैसे वापस लेने के लिए चक्कर काट रहा है। इन लोगों ने पैसे न देकर उसके साथ मारपीट और अभद्रता भी की।

जांच में जुटी पुलिस
26 लाख की धोखाधड़ी के मामले में इंदिरापुरम के एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है मामला 2021 से जुड़ा है जांच में जो भी तथ्य निकाल कर आएंगे और आरोपियों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Exit mobile version