मुझे नहीं मिला रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण: अखिलेश

लखनऊ। अयोध्याधाम में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दावा किया कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला है। मुझे कोई निमंत्रण का कोरियर नहीं मिला है। जो निमंत्रण भेजे जाने की बात पूछ रहे हैं, वो कोरियर की रसीद दिलवाएं।

अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान कहा, मैं आप लोगों से निवेदन करता हूं कि बार बार प्राण-प्रतिष्ठा पर सवाल पूछकर हमें भगवान श्रीराम के नाम पर अपमानित न करें। मैंने घर पर चेक किया है, कोई कोरियर नहीं पहुंचा है। अगर पार्टी कार्यालय में भी किसी को न्योता मिला हो तो बता दे। अभी दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया कि हमने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। इस पर अखिलेश का कहना था कि हमें कोई न्योता नहीं मिला है। सपा कार्यालय में अखिलेश यादव ने कहा-हमारा काम धर्म का नहीं है। हमारा रास्ता गैर बराबरी दूर करने का है। सपा कार्यालय में अखिलेश यादव ने कहा-हमारा काम धर्म का नहीं है। हमारा रास्ता गैर बराबरी दूर करने का है।

विहिप अध्यक्ष बोले हमने उन्हें बुलाया है
इस पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, अखिलेश पहले कह रहे थे कि अगर उन्हें बुलाया जाएगा तो वह जाएंगे तो हमने उन्हें बुलाया है। अब वह कह रहे हैं कि रामजी बुलाएंगे तो हम जाएंगे। अब देखते हैं कि रामजी खुद उन्हें बुलाते हैं या नहीं। अगर नहीं बुलाएंगे तो साफ हो जाएगा कि रामजी उन्हें बुलाना नहीं चाहते हैं।

सबके अपने-अपने भगवान
तीन दिन पहले अखिलेश यादव ने राम मंदिर से जुड़े एक सवाल पर कहा था कि सबके अपने-अपने भगवान हैं। हमारे केवल पीडीए हैं। अखिलेश ने कहा था-कई साधु संत, शंकराचार्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर अलग-अलग बातें कर रहे हैं। सपा इस पर क्या सोचती है? हमारा काम धर्म का नहीं है। हमारा रास्ता गैर बराबरी दूर करने का है।

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