गाजियाबाद। नगर निगम की मंगलवार को हुई बैठक में गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित हुआ। 95 फीसदी पार्षदों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। इससे पहले पार्षदों ने इस मुद्दे पर चर्चा की और कहा कि वे चाहते हैं कि मेयर खुद इस प्रस्ताव को रखें और पूरा सदन उसका समर्थन करे।
भाजपा पार्षद संजय सिंह ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि गाजियाबाद का नाम बदलकर गजनगर या हरनंदी नगर किया जाए। भाजपा पार्षद शीतल देओल ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया। बैठक में 95 पार्षदों ने खड़े होकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया और भारत माता की जय के नारे लगाए। मेयर ने कहा कि गाजियाबाद का नया नाम क्या होना चाहिए, यह सरकार खुद तय करेगी। हम इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज रहे हैं।
पार्षद से हुई झड़प, लगाया घूसखोरी का आरोप
बैठक के दौरान मेयर सुनीता दयाल और वार्ड-60 के पार्षद सचिन डागर के बीच खूब नोकझोंक हुई। दरअसल, पार्षद ने एक काम में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और 30 लाख रुपए घूस देने की बात कही। जिस पर मेयर ने कहा कि गर्दन अलग कर दूंगी। 30 लाख किसने दे दिए, वो बताए तो सही। अगर किसी ने मेरे अधिकारी को पैसे दिए तो वो 100 फीसदी सस्पेंड होगा। नगरायुक्त विक्रमादित्य मलिक ने मामला शांत किया और शांतिपूर्वक व मर्यादा से अपनी बात रखने को कहा।