डीएमके सांसद के बयान पर हंगामा, भाजपा ने विरोधियों को घेरा

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में डीएमके सांसद डी.एन.वी. सेंथिलकुमार एस. ने कहा इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी राज्यों में चुनाव जीतना है, जिन्हें हम आम तौर पर गौमूत्र राज्य कहते हैं। इस बयान को लेकर तमाम भाजपा नेताओं ने निंदा की है।

गौमूत्र वाली टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा उत्तर भारतीयों पर टिप्पणी करना दिखाता है कि इन लोगों ने एक बार नहीं अनेक बार यह किया। इसकी शुरूआत राहुल गांधी ने की थी। ऐसी क्या मजबूरी है कि कांग्रेस को डीएमके के साथ रहना ज़रूरी है? ये(कांग्रेस) ईवीएम पर तो ठीकरा फोड़ते ही हैं, लेकिन अब कारण उससे भी आगे बढ़ने शुरू हो गए हैं। राहुल गांधी की अमेठी की हार के बाद से ही इसकी शुरूआत हो गई थी। उत्तर भारतीयों को नीचा दिखआने का काम किया गया।
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान खोलने के बाद उत्तर और दक्षिण भारत को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। अब वे (राहुल गांधी) उन्हें (सेंथिलकुमार) माफी मांगने के लिए मजबूर कर रहे हैं, इसका मतलब यह है कि जब स्टालिन के बेटे ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी तब राहुल गांधी इससे सहमत थे। हम गौमाता, गाय के गोबर और गौमूत्र का सम्मान करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह कोई डीएमके की सोच नहीं है, यह पूरे आईएनडीआई गठबंधन का बयान है। इस प्रकार की विभाजनकारी, नफरती सोच कोई पहली बार डीएमके ने प्रस्तुत नहीं की है। डीएमके ने तो लगातार उत्तर भारत और हिंदी के खिलाफ बयान दिए हैं। आज अखिलेश यादव, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि क्या इस बयान से भारत जुड़ेगा? क्या ये बयान उनके लिए स्वीकार्य है।

हिंदी भाषी क्षेत्रों और गौ माता का अपमान

भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा हमें इस बात का गर्व है कि हम गौमाता के सेवक हैं। डीएमके के सांसद को सदन, जनता, गौ माता, देश और सनातन धर्म से माफी मांगनी पड़ेगी क्योंकि सनातन धर्म के मूल हैं- गंगा, गौरी और धरती मां। उन्होंने हिंदी भाषी क्षेत्रों और गौ माता का अपमान किया है।

ऐसे ही बकवास करते रहे तो जीतेगी बोजेपी
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा डीएमके के नेताओं की अगर यही हरकतें रही और सनातन धर्म के खिलाफ वे ऐसी ही बकवास करते रहे तो गौमूत्र वाले राज्यों में ही नहीं सांड वाले राज्यों में भी भाजपा का परचम लहरा जाएगा।

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