गाजियाबाद: लोनी को गाजियाबाद निगम में शामिल किया तो होगा आंदोलन

गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका को गाजियाबाद नगर निगम में शामिल किए जाने का अधिवक्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। लोनी बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें लोनी नगर पालिका को अलग से नगर निगम बनाने की मांग भी की गई।

जिले की लोनी बार एसोसिएशन के बैनर तले वकील एकत्र हुए। ज्ञापन से पहले हुई बैठक में बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने कहा, लोनी पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली नगर पालिका परिषद है। ये क्षेत्र दिल्ली से एकदम सटा हुआ है। कहा कि भाजपा अपने तमाम प्रयासों के बावजूद यहां पर अपना चेयरमैन नहीं बना पाई है। ऐसे में लोनी सहित गैर भाजपा शासित नगर पंचायतों-पालिकाओं की संवैधानिक लोकतंत्र जनमत व्यवस्था को खत्म करने की साजिश की जा रही है। कहा कि इस साजिश को किसी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए पहले से ही प्रशासन को आगहा करा दिया गया है। कहा कि लोनी नगर पालिका को गाजियाबाद नगर निगम में शामिल करने की तैयारी चलने की खबरें चर्चाओं में हैं। जनहित में ये प्रस्ताव निरस्त किया जाए और लोनी नगर पालिका को ही अलग से नगर निगम बनाया जाए।

बड़े स्तर पर होगा आंदोलन
अधिवक्ताओं ने यह भी चेतावनी दी है कि फिलहाल केवल चेतावनी दी जा रही है लेकिन अगर शासनस्तर से ऐसा फैसला लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। इसका जिम्मेदार पूरा सिस्टम होगा। वकीलों ने कहा कि अगर लोनी नगर पालिका को गाजियाबाद नगर निगम में शामिल किया जाता है तो पब्लिक सड़कों पर उतर आएगी और अधिवक्ता समाज भी पुरजोर विरोध दर्ज कराएगा। क्योंकि ये जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा।

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