गाजियाबाद: प्रमोद हत्याकांड में नामजद तीन आरोपी गिरफ्तार

गाजियाबाद। जिले की थाना टीला मोड पुलिस ने 23 अक्टूबर गांव महमूदपुर में चुनावी रंजिश को लेकर हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड में शामिल 9 लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार करके न्यायिक अभिरक्षा में भेज चुकी है।

थाना टीलामोड़ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर हत्याकांड में शामिल धर्मपाल, सोनू उर्फ श्रद्धानन्द, हरिओम निवासी महमूदपुर गिरफ्तार कर किया। पुलिस की पूछताछ में हत्याकांड में शामिल तीनों अभियुक्तों ने अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि साहब कपिल हमारा संबंधी है। कपिल प्रधानी चुनाव के दौरान प्रमोद उर्फ लालू से रंजिश हो गई थी। चुनाव मे कपिल की पत्नी अर्चना चुनाव जीत गयी। जिससे ये रंजिश ओर बढ गई और उसके बाद प्रमोद उर्फ लालू कपिल के हर मामले में टांग अडाने लगा था। जिसको लेकर कपिल काफी परेशान हो गया था। कपिल ने हमसे कई बार जिक्र किया कि प्रमोद ने काफी परेशान कर रखा है। ये मुझे गांव का कोई काम नहीं करने दे रहा है ये मेरी प्रधानी खराब कराने मे लगा है। अगर इसका इलाज नहीं किया तो ये मुझे अगले चुनाव मे हरवा देगा।
इसके बाद गांव के प्रवीन पुत्र जसराम उर्फ जस्सी, सचिन पुत्र टेकराम से भी प्रमोद उर्फ लालू की जमीन के मामलो को लेकर रंजिश चल रही थी। वो लोग भी प्रमोद उर्फ लालू को रास्ते से हटाना चाहते थे। तब हमने शीतल व कपिल ने अपने भाई जितेन्द्र सोनू व गांव के सचिन, प्रवीन, धर्मवीर पुत्र हरचन्दी, आनन्द पुत्र बलजीत, सन्नी पुत्र भरत सिहं, सौरभ पुत्र धर्मपाल उर्फ पप्पू, नीतू उर्फ निरंजन पुत्र विजयपाल, किंशू उर्फ अमूल, सुमित, जीतू, कालू के साथ मिलकर प्रमोद उर्फ लालू की योजना बनाकर हत्या की कर दी और हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फरार हो गए।

सभी दुश्मन हुए थे एक साथ
गिरफ्तार आरोपियों पुलिस को बताया कि कपिल की पत्नी अर्चना के ग्राम प्रधान चुनाव जीतने के बाद से ही प्रमोद उर्फ लालू की कपिल से रंजिश और बढ़ गई थी। प्रमोद की गांव के ही कुछ अन्य लोगों से भी जमीन को लेकर रंजिश थी। जिसको लेकर सभी ने प्लान बनाकर एक योजना बनाई जिसके तहत प्रमोद की हत्या कर दी गई। पुलिस ने प्रमोद हत्याकांड की गुटी सुलझाते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर पहले ही न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

23 अक्टूबर को हुआ था हत्याकांड
23 अक्टूबर 2023 को प्रमोद की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। प्रमोद की हत्या के पीछे प्रधानी की रंजिश निकली। पुलिस ने प्रमोद हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद से प्रमोद आए दिन उनके काम में बाधा डालते थे। जिसके चलते ग्राम प्रधान को परेशानी हो रही थी।

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