गाजियाबाद: दृष्टिहीन मां-बाप की बेटी की शादी में मददगार बनी पुलिस

गाजियाबाद। जिले में पुलिस ने नई मिसाल पेश की है। दृष्टिहीन माता-पिता की बिटिया की शादी में दहेज के सामान का खर्च लोनी बार्डर थाना पुलिस ने उठाया है। वजह है कि एटीएम कार्ड बदलकर पिछले दिनों ठगों ने दृष्टिहीन पिता की जमा पूंजी खाते से पार कर दी थी। पुलिस उस शातिर को भी तलाश रही है।

विकास कुंज कॉलोनी में रहने वाले बलराम सिंह समेत उनकी पत्नी दृष्टिहीन हैं। उन्होंने अपनी बेटी कोमल का रिश्ता तय किया था। सोमवार यानी आज कोमल की बरात आएगी। बलराम सिंह ने बेटी की शादी में दान-दहेज देने के लिए कुछ रुपये एकत्रित किए थे। करीब पांच माह पूर्व वह परिवार के सदस्य के साथ एक एटीएम मशीन से पैसे निकलने गए थे। यहां उन्होंने एक ठग से मदद ली। ठग ने मदद के नाम पर उनका डेबिट कार्ड बदल लिया। कुछ समय बाद ठग ने उनके खाते से करीब डेढ़ लाख रुपये निकाल लिए। अगस्त माह में पीड़ित को रुपये निकलने का पता चला। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज की थी।

फिर पसीज गई खाकी
थाना प्रभारी डॉ. रामसेवक को यह पता लगा कि ठग द्वारा निकाली गई रकम से बलराम की बिटिया के दहेज का सामान आना था तो वह पसीज गए। स्टाफ के सामने यह बात आई तो पूरे थाने के स्टाफ ने दहेज के सामान की व्यवस्था का जिम्मा उठाया। वहीं रविवार को जरूरत का सारा सामान जुटाकर बलराम समेत बेटी को थाने बुलवाया और यह सामान सौंप दिया। एसीपी रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि ठगी होने के बाद दृष्टिहीन दंपती के पास दान दहेज देने का रुपये नहीं थे। बॉर्डर थाना पुलिस ने मिलकर दंपती के लिए यथासंभव धन एकत्रित किया।

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