गाजियाबाद। सामूहिक विवाह योजना में धांधली कर विभाग के कर्मचारी खुद ही अनुदान ले रहे थे। 75 हजार रुपये का अनुदान भी इन कर्मचारियों की सरपरस्ती में निकाल लिया। मामले की जांच के बाद चार चेहरे बेनकाब हुए हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस मामले में 13 लोग पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत फर्जीवाड़ा कर के 75 हजार रुपए गलत तरीके से हासिल करने वाले चार लोगों को जेल भेजा गया है। जेल गए लोगों के नाम रोहित, परवेज, संजीव और पुष्पा है। इसमें रोहित गाजियाबाद में उप श्रम आयुक्त कार्यालय में लिपिक है। वहीं बाकी लोग वह दलाल है, जो इस तरह का अनुचित कार्य करते हैं। पुलिस के मुताबिक इस मामले में गाजियाबाद श्रम परिवर्तन अधिकारी ने 20 मई को मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में कुल 06 मुकदमे हुए थे। जांच के दौरान अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। अब पकड़े गए रोहित के अलावा सुभाष भारती नाम का कर्मचारी भी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। जो श्रम परिवर्तन अधिकारी के यहां तैनात है। उसको भी जेल भेजा गया है।
ऐसे की गई धांधली
सामूहिक विवाह के दौरान अन्य सुविधाओं के साथ सरकार 75 हजार का अनुदान भी देती है। इसी में खुलासा हुआ था की जिनकी शादी हो चुकी है। ऐसे लोग भी दोबारा इस अनुदान राशि के लिए विवाह कर रहे हैं। इसके बाद मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इसको लेकर थाना सिहानी गेट थाना में कुल 6 मुकदमे कायम हुए थे। जिसमें से अब तक 17 लोगों को जेल भेजा जा चुका है।
कई और चेहरे होंगे बेनकाब
पुलिस का कहना है कि अब इस मामले में कई और चेहरे बेनकाब होंगे। क्योंकि पकड़े गए आरोपियों ने अपने बयान में कुछ सुराग दिए हैं। इन पर काम करके उन लोगों तक भी पहुंचा जाएगा। किसी भी स्तर पर धांधली करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।