गाजियाबाद: यूपी में जल रही पराली, पंजाब के किसानों को विलेन बनाया: एनजीटी

गाजियाबाद। एनजीटी ने एनसीआर के पाल्यूशन पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने याचिका की सुनवाई के दौरान यह तक कह दिया कि पराली यूपी में भी जलाई जा रही है लेकिन विलेन पंजाब के किसानों को बना दिया गया है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने बुधवार को गाजियाबाद, नोएडा और बुलंदशहर के एयर पॉल्यूशन पर नाराजगी जताई। एनजीटी कोर्ट ने यूपी सरकार की तरफ से मौजूद वकील से कोर्ट के अंदर ही गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स चेक करने को कह दिया।
दरअसल, एनजीटी कोर्ट वायु प्रदूषण से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। एनजीटी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर के वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हुआ है। यूपी में भी पराली जलाई जा रही है। बीते दिनों में 900 से ज्यादा पराली जलाने के मामले आए हैं। लेकिन समस्या हर किसी को सिर्फ पंजाब से है। आप लोगों ने पंजाब के किसानों को विलेन बना दिया है। बुलंदशहर, गाजियाबाद और नोएडा के वायु प्रदूषण में बीते कई दिनों से कोई सुधार नहीं हुआ है।

एनसीआर की वायु गुणवत्ता खराब
बुधवार को बागपत जिले का एक्यूआई 329, बुलंदशहर का 287, गाजियाबाद का 346, ग्रेटर नोएडा का 320, मेरठ का 364 और नोएडा का एक्यूआई 340 दर्ज किया गया है। यानि दिल्ली-एनसीआर के सभी शहरों की वायु गुणवत्ता सबसे खराब श्रेणी में चल रही है।

लगातार बढ़ रहे अस्थमा के मरीज
हवाओं में जहर घुलने के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या यहां के अस्पतालों में रोजाना बढ़ रही है। कहने को तो बुजुर्ग और बच्चों को घरों के भीतर ही रखा जा रहा है लेकिन उनकी स्थिति दिनोंदिन गिरती जा रही है। खुली हवा में सांस लेने वाले भी बीमार पड़ने लगे हैं। खासकर वाहन चालकों को ड्राइविंग के वक्त आंखों में जलन की शिकायत होती है।

Exit mobile version