गाजियाबाद। कवि डॉ. कुमार विश्वास के काफिले में शामिल सुरक्षाकर्मियों से डॉक्टर पल्लव का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। अब सीआरपीएफ ने कुमार विश्वास की सुरक्षा में तैनात तीन कमांडो को हटा दिया है। इनकी जगह नए कमांडो तैनात कर दिए गए हैं। सीआरपीएफ ने इस मामले में कोर्ट आफ इंक्वारी का आदेश दिया है। डीजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया कमांडो द्वारा मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन नहीं पाया गया।
कुमार विश्वास के काफिले पर हमले के प्रयास की बात को पुलिस पहले ही नकार चुकी है। इसलिए सीआरपीएफ सुरक्षाकर्मी ने जो मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें पुलिस ने हमले की धारा नहीं जोड़ी है। उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि कुमार विश्वास इस पूरे प्रकरण में सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। कुमार विश्वास की तरफ से सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी आनंद प्रसाद ने अज्ञात युवक के खिलाफ आईपीसी सेक्शन-332, 353, 427 में थाना इंदिरापुरम में मुदकमा दर्ज कराया है। इसमें लिखा है- हम कुमार विश्वास को गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत्त वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा के सुरक्षाकर्मी हैं। 8 नवंबर को दोपहर डेढ़ बजे हम लोग कुमार विश्वास के साथ अलीगढ़ जा रहे थे। हिंडन नदी तट के पास एक संदिग्ध कार ने हमारी कार में टकराने की कोशिश की। फिर हमारे पीछे आ रही कुमार विश्वास की गाड़ी में टक्कर मारने की कोशिश की। संदिग्ध गतिविधियों को देख हमने उस गाड़ी को जांच के लिए रोका। कार सवार व्यक्ति उग्र होकर मारपीट करने लगा। यूपी पुलिस के पीएसओ अमित भदौरिया का कॉलर पकड़कर धक्का दिया। जिससे उनके गले में पहचान पत्र की चेन टूट गई। फिर वो दूसरे सुरक्षाकर्मी रविकांत से भिड़ गया। उसने आक्रामक तरीके से केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश भी की। भीड़ बढ़ने पर हम कुमार विश्वास को वहां से सुरक्षित निकालकर आगे बढ़ गए।
डाक्टर की ओर से भी मुकदमा
दूसरी तरफ से डॉक्टर पल्लव बाजपेई ने 4-5 अज्ञात लोगों पर आइपीसी सेक्शन- 147, 148, 392, 323, 504 और 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है। डॉक्टर पल्लव के अनुसार, मैं आरोग्य हॉस्पिटल वैशाली से फ्लोरिस हॉस्पिटल प्रताप विहार की तरफ कार से जा रहा था। रास्ते में पुलिस की गाड़ी ने पास मांगा तो मैंने दे दिया। पुलिस की गाड़ी के पीछे मैंने अपनी गाड़ी ले ली। लेकिन उसके पीछे एक काले रंग की कार भी थी। उसने मेरी गाड़ी के आगे अपनी कार रोक दी। उसमें सवार कुछ गार्ड ने मेरे साथ मारपीट की। मेरी छाती पर लात रखकर गोली मारने की धमकी दी और मेरी घड़ी लेकर चले गए।
आइएमए ने की डॉक्टर से मारपीट की निंदा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को इस संबंध में एक प्रेस वार्ता की। पदाधिकारियों ने डॉक्टर पल्लव बाजपेई से हुई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा की। कहा, ये घटना वीआइपी कल्चर में डूबे हुए और वाइ प्लस सिक्योरिटी के मद में चूर अति विशिष्ट व्यक्ति व उनकी टीम के घमंडित व्यवहार का उदाहरण है।
ये था मामला
कुमार विश्वास गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में रहते हैं। 8 नवंबर को वो एक कार्यक्रम में शामिल होने घर से अलीगढ़ जा रहे थे। गाजियाबाद में हिंडन नदी पुल के पास काफिले में एक निजी डॉक्टर पल्लव बाजपेई की कार आ गई। इसे लेकर कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों का डॉक्टर से विवाद हो गया। इस प्रकरण के तुरंत बाद कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ग् पर पोस्ट करके बताया कि काफिले पर हमला करने का प्रयास हुआ। हालांकि सोशल मीडिया में 4 सेकेंड की एक वीडियो वायरल हुई, जिसमें कुछ सुरक्षाकर्मी झाड़ियों में गिरे एक शख्स से हाथापाई करते दिखाई दे रहे हैं।