गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग में नया घालमेल सामने आया है, सीएचओ के जिस भुगतान पर अफसरों ने रोक लगाई थी। वह भुगतान स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने कर दिया। मामले की भनक पर अफसर भी सन्न रह गए। वहीं अब विभागीय रिकवरी का निर्देश दिया गया है। मेरठ मंडल के संयुक्त निदेशक ने 24 सीएचओ को 33.90 लाख रुपये के किए गए भुगतान को रिकवर करने समेत मामले की विस्तृत जांच का निर्देश दिया है।
मेरठ मंडल के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार संयुक्त निदेशक राजेंद्र कुमार सिंह ने 27 अक्तूबर को सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधार को भेजी जांच रिपोर्ट में कहा है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी भोजपुर ने ब्लॉक में कार्यरत 24 कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) को प्रोत्साहन राशि का भुगतान ई-कवच पोर्टल पर डिजिटल अनुमोदन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) का किया है। जो पोर्टल से अवलोकन किए बिना ही लापरवाही पूर्ण तरीके से किया गया है। संयुक्त निदेशक ने कहा है कि इसके पहले की गई लापरवाही में सुधार करने का निर्देश 11 सितंबर को दिया गया था। इसके बावजूद गलत तरीके से भुगतान किया गया। संयुक्त निदेशक ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी भोजपुर जानबूझकर उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं।
सीएमओ से मांगी पूरी रिपोर्ट
सीएमओ को निर्देश दिया गया है कि जिला कार्यक्रम प्रबंधक और जिला लेखा प्रबंधक की टीम गठित कर मामले की जांच कराएं और दोषी पाए जाने पर नियम विरुद्ध भुगतान की रिकवरी कराने के साथ ही की गई कार्रवाई की जानकारी उपलब्ध कराएं। जांच टीम में एनएचएम के मंडलीय कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद गोस्वामी, शहरी स्वास्थ्य सलाहकार प्रदीप कुमार और कम्युनिटी प्रोसेस के क्षेत्रीय प्रबंधक अबरीश कुमार शामिल थे।
टीम गठित, सप्ताहभर में देंगे रिपोर्ट
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए टीम बना दी गई है। एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। लापरवाहों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। स्पश्टीकरण भी मांगा गया है।