सिपाही ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, ससुरालियों से था परेशान

मुरादाबाद। सिपाही ने अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मारकर जीवनलीला समाप्त कर ली। सिपाही सीओ कोतवाली देशदीपक सिंह का हमराह था और मुजफ्फरनगर का रहने वाला था। परिजनों के मुताबिक पत्नी से कलह के कारण उसने आत्मघाती कदम उठाया है।

पुलिस ने बताया कि नागफनी क्षेत्र में अजित कुमार (25) किराए का मकान लेकर रहता था। रात में वह ड्यूटी खत्म करने के बाद करीब 11 बजे कमरे पर चला गया। जबकि देर रात उन्होंने खुद को लाइसेंसी राइफल से गोली मार ली। फायर सुनकर आसपास के लोगों ने पहले गेट खटखटाया, कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। तब पुलिस को घटना की जानकारी हुई। सीओ का कहना है कि शुरुआती छानबीन में पता चला है कि अजित कुमार का अपनी पत्नी चंचल और ससुराल वालों से विवाद चल रहा था।

डेढ़ साल पहले हुई थी शादी
अजीत के पिता पवन कुमार ने बताया कि अजीत की शादी करीब डेढ़ साल पहले बागपत के जौनमाना गांव निवासी चंचल के साथ हुई थी। अजीत का ट्रांसफर कुछ समय पहले ही गाजियाबाद से मुरादाबाद के लिए हुआ था। उसे यहां सीओ कोतवाली का हमराह बनाया गया था। उसने नागफनी थाना क्षेत्र में नट बाबा मठ मंदिर के पास राकेश कुमार वर्मा के मकान में किराए पर रूम लिया था। पवन कुमार ने बताया कि शादी के बाद से ही उनका बेटा परेशान था। पत्नी चंचल और सास-ससुर उसे लगातार परेशान करते थे। पत्नी 9 महीने पहले सारा सामान लेकर मायके चली गई थी। बार-बार कोशिश करने के बाद भी वो लौटकर आने को तैयार नहीं थी। इस कृत्य में सास भी शामिल रहती थी। वह चंचल की दूसरी शादी कराने की धमकी देती थी।

पत्नी बनाती थी दबाव
परिजनों ने बताया कि अजीत कुमार मुजफ्फरनगर के मोवपुर का रहने वाला था। परिजनों ने बताया कि अजीत की भर्ती 2019 में हुई थी। पहले वो पीएसी में था लेकिन पत्नी के दबाव की वजह से वो सिविल पुलिस में आ गया था। अजीत के पिता पवन कुमार हेड कॉन्स्टेबल हैं। उनकी तैनाती इन दिनों हापुड़ में है। अजीत का बड़ा भाई अनुज गाजियाबाद लोनी में पटवारी है।

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