पीएम ने किया रावण दहन, बोले: न्याय की विजय का पर्व है दशहरा

दिल्ली। मंगलवार को देशभर में विजयदशमी दशहरे का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारका सेक्टर 10 की रामलीला और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लाल किला कार्यक्रम में शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका सेक्टर 10 में चल रही रामलीला में शामिल होकर रावण दहन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा मैं समस्त भारतवासियों को विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएं देता हूं। ये पर्व अन्याय पर न्याय की विजय पर्व है। ये अत्याचारी रावण पर भगवान श्री राम के विजय का पर्व है। हम इसी भावना के साथ हर वर्ष रावण दहन करते हैं। ये पर्व हमारे लिए संकल्पों का पर्व है। अपने संकल्पों को दोहराने का पर्व है। इस बार हम विजयादशमी तब मना रहे हैं। जब चंद्रमा पर हमारी विजय को 2 महीने पूरे हुए हैं। विजयादशमी पर शस्त्र पूजा का भी विधान है। भारत की धरती पर शस्त्रों की पूजा किसी भूमि पर आधिपत्य नहीं, बल्कि उसकी रक्षा के लिए की जाती है।

नैतिकता की प्रेरणा देता है दशहरा
दशहरा समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लाल किला पहुंचीं।उन्होंने कहा विजयदश्मी के पावन अवसर पर मैं देश विदेश में बसे सभी भारतवासियों को बधाई देती हूं और आप सबके सुख और समृद्धि की कामना करती हूं,ये पर्व हमारे महान राष्ट्र के साझा मूल्य को दर्शाता है। ये एक ऐसा पर्व है जो समाज में सच्चाई, नैतिकता और मर्यादापूर्ण व्यवहार को अपनाने की प्रेरणा देता है। आज भी हम भ्रष्टाचार, असमानता, अशिक्षा, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद रूपी रावण जैसी कई बुराइयों का सामना कर रहे हैं। प्रभु श्री राम के जीवन मूल्य इन सभी चुनौतियों से निपटने में हमारी मदद कर सकते हैं।

रक्षामंत्री ने किया शस्त्र पूजन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर तवांग पहुंचे। यहां रक्षा मंत्री ने विजयदशमी के पर्व को लेकर शस्त्र पूजा की। साथ ही अरुणाचल प्रदेश में बुम ला से सीमा के दूसरी ओर चीनी पीएलए चौकियों का जायजा किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग युद्ध स्मारक पर अपनी जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी।इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा आप ने सीमाओं को सुरक्षित बना रखा है। इसी कारण भारत की अंतर्राष्ट्रीय जगत में प्रतिष्ठा बड़ी तेजी से बढ़ रही है। अगर आप लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित नहीं रखा होता तो अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का आज जो कद बना है, ये कद न बना होता। लोग ये मान रहे हैं कि भारत आर्थिक तौर पर मजबूत हो रहा है। साथ ही भारत की सैन्य शक्ति भी बढ़ी है। राजनाथ सिंह ने कहा 4 साल पहले मैं यहां आया था। मेरी इच्छा हुई कि विजयादशमी के पावन अवसर पर मैं अपने बहादुर जवानों के बीच आकर शुभकामनाएं दूं। मैं आप सभी को विजयादशमी की बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। स्।ब् के पास तक जाकर मैंने देखा है, जिन कठिन परिस्थितियों में आप देश की सीमाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं। उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।

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