लखनऊ। मध्य प्रदेश में गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी में छिड़ी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के बाद अब सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव की आरजेडी सांसद मनोज झा की भी एंट्री हो गई है।
एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए शनिवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा हमें बुलाया ही क्यों था जब गठबंधन नहीं करना था। हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर नहीं लोकसभा चुनाव के समय गठबंधन होगा। मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि सपा के साथ उन्हें गठबंधन नहीं करना है। हमसे साजिश और षड्यंत्र न करें। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान के बाद भाजपा ने भी उत्तर प्रदेश में सपा की जमकर चुटकी ली। इसके बाद से प्रदेश में एक बार फिर से सियासत गरमा गई है।
बेहतर ढंग से सुलझाया जाए मामला
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के बयान के बाद आरजेडी सांसद मनोज झा का भी एक बयान सामने आया है। सांसद मनोज झा ने कहा कि चुनाव के दौरान ऐसा होता है। हर पार्टी की अपनी महत्वकांक्षा होती है। मैं शीर्ष नेतृत्व से आग्रह करूंगा कि इन सब को बेहतर ढंग से सुलझाया जाए। क्योंकि लोग बहुत लालसा से इस विकल्प की ओर देख रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि इस तरह की छवि न आए।
रामगोपाल बोले छुटभैये नेता
एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने जब सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर रामगोपाल से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कांग्रेस के नेताओं पर सवाल किया तो उन्होंने रामगोपाल यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अंदाज में कहा रहने दो यार हमें इनपर कुछ नहीं कहना है, ये छुटभैये नेता हैं। अखिलेश यादव कमलनाथ के बयान का जवाब दे चुके हैं। अब मैं रिपीट नहीं करना चाहता।