नई दिल्ली। इजरायल हमास युद्ध के बीच फंसे 212 भारतीयों सुरक्षित देश लाने के लिए सरकार ने ऑपरेशन अजय लॉन्च किया। ऑपरेशन अजय के तहत 212 भारतीयों को सुरक्षित फ्लाइट से देश लाया गया है। अपने वतन सुरक्षित लौटने पर लोगों ने सरकार का आभार जताया।
इजरायल से रेस्क्यू कर ले गए सभी भारतीयों से मिलने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उन्होंने सभी 212 लोगों से हाल.चाल जाना। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 18000 भारतीय नागरिक इजरायल में रह रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लगभग 12000 लोग वेस्ट बैंक और करीब चार हजार से अधिक लोग गाजा में है। विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए हम ऑपरेशन अजय चला रहे हैं। विशेष चार्टर्ड उड़ाने और अन्य व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। वहीं सुरक्षित इजरायल से 212 भारतीय नागरिकों के देश पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी भारतीयों को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार और प्रधानमंत्री इजरायल में फंसे लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर विदेश मंत्रालय और एयर इंडिया की उड़ान दल के आभारी हैं।
एयरपोर्ट पर उमड़ी भीड़
सुरक्षित भारत पहुंचे एक नागरिक ने बताया कि ऑपरेशन अजय के तहत भारत आ रही फ्लाइट में चढ़ने के लिए इजरायल के तेल अलीव के एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ लग गई है। देश लौटने वालों में सबसे ज्यादा भारतीय छात्र बताए जा रहे हैं। अब एक फ्लाइट पहुंचने के बाद लोगों की बेसब्री और बढ़ गई है। उम्मीद है कि सभी भारतीय सकुशल वतन लौट आएंगे।
कठिन समय से गुजर रहे भारतीय
उधर इजरायल में फंसे भारतीय लोगों को स्पष्ट करते हुए भारतीय दूतावास ने संदेश भेजा है कि कि हम लोग स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय लोगों से शांत और सतर्क रहने के लिए कहा है। दूतावास आपकी सुरक्षा कल्याण के लिए लगातार काम कर रहा है। हम सभी बहुत कठिन समय से गुजर रहे हैं। लेकिन कृपया शांत और सतर्क रहे और स्थानीय सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन करें।