देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा तिरंगा हर जगह ऊंचाइयों पर उड़ रहा है। चंद्रयान चांद पर पहुंच चुका है , वह ऐसे स्थान पर है, जहां दुनिया में अभी तक कोई नहीं पहुंचा। आज दुनिया भारत की ताकत को देख रही है।
पीएम मोदी उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे थे। यहां पिथौरागढ़ में उन्होंने 42 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन किया। कहा कि हमारी सरकार माताओं-बहनों की हर मुश्किल को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस साल लाल किले से मैंने महिला स्वयं सहायता समूह को ड्रोन देने की घोषणा की है। ड्रोन के माध्यम खेतों में दवा, खाद, बीज पहुंचाए जा सकेंगे। वन रैंक-वन पेंशन की उनकी दशकों पुरानी मांग को हमारी ही सरकार ने पूरा किया है। अब तक वन रैंक-वन पेंशन के तहत 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि हमारी सरकार पूर्व सैनिकों को दे चुकी है। इसका लाभ उत्तराखंड के भी 75 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिकों के परिवार को मिला है। हाल ही में एशियन गेम्स समाप्त हुए हैं। इसमें भारत ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। पहली बार भारत के खिलाड़ियों ने शतक लगाया। 100 से अधिक मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया। इस खेल में उत्तराखंड की बेटियां और बेटे भी शामिल थे।
धामी ने किया भव्य स्वागत, जुटी भारी भीड़
प्रधानमंत्री का पिथौरागढ़ स्पोर्ट्स स्टेडियम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंडी टोपी पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित नारायण आश्रम की कलाकृति प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की गई। प्रधानमंत्री मोदी पिथौरागढ़ नैनीसैनी एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। एयरपोर्ट से वह सीधे सभा स्थल पहुंचे। इस दौरान जगह-जगह छलिया नृत्य से पीएम मोदी का स्वागत किया जा रहा है। पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई, इसे सुनने के लिए भारी मात्रा में लोग पहुंचे और स्टेडियम पूरी तरह भर गया। पिथौरागढ़ के साथ ही अल्मोड़ा बागेश्वर चंपावत जनपदों से भी बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता यहां पहुंचे। इस मौके पर पूर्व सीएम सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, सतपाल महाराज, अजय भट्ट, रेखा आर्या, गणेश जोशी सहित उत्तराखंड के सभी प्रमुख नेता यहां पहुंचे हैं।
इन जगहों पर पहुंचे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक दिवसीय कुमाऊं दौरे पर हैं। पिथौरागढ़ में पार्वती कुंड में दर्शन कर गुंजी में सेना के जवानों व स्थानीय लोगों से मिलने के बाद पीएम जागेश्वर के लिए रवाना हुए। दोपहर 12.10 बजे पीएम हेलीकाप्टर से शौकियाथल पहुंचे। जिसके बाद वह कार से जागेश्वर के लिए रवाना हुए। पनुवानौला तिराहे के पास स्थानीय लोगों ने पीएम का अभिवादन किया। पीएम ने अपनी कार से बाहर निकल भीड़ की ओर हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। जिसके बाद पीएम जागेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुए गए। यहां उन्होंने महामृत्युंजय सहित अन्य मंदिरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर भगवान जागनाथ का आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने कहा कि देवभूमि के मंदिर आस्था ही नहीं आर्थिकी का भी केंद्र हैं। इन मंदिरों से हजारों लोगों की आर्थिकी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़ी है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी मंदिरों को एक सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है।
आदि कैलाश की यात्रा करने वाले पहले पीएम
प्रधानमंत्री मोदी आदि कैलाश की यात्रा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री भी बन गए है। तीन देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगी इस भूमि से प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व को अध्यात्म और वैश्विक क्षेत्र में उभरती भारत की शक्ति का संदेश भी दिया। प्रधानमंत्री के भ्रमण से आदि कैलाश क्षेत्र में आध्यात्मिक पर्यटन की संभावनाएं बढ़ गई है। पिथौरागढ़ जनपद में आदि कैलाश 14 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर चीन और नेपाल की सीमा से सटा है। भारत की आध्यात्मिक भूमि है। आदि कैलाश के बारे में मान्यता है कि यह स्थान भगवान शिव के परिवार का निवास स्थान है। आदि कैलाश मार्ग पर मुख्य आकर्षण ओम पर्वत है। इस पर्वत पर ओम की आकृति उभरी हुई है। ओम पर्वत कैलाश यात्रा मार्ग में नावीढांगा में स्थित है। ओम पर्वत को आदि कैलाश का छोटा कैलाश भी कहा जाता है।