गाजियाबाद। मोदीनगर में गुरुवार शाम टयूशन जा रही कक्षा 9वीं की छात्रा पर तलवार से हमला कर दिया गया। जिससे छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। छात्रा की चीख सुनकर लोगों ने आरोपी को दौड़कर पकड़ लिया और जमकर पीटा। इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। छात्रा और आरोपी अलग-अलग समुदाय के होने की वजह से इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। मौके पर भारी भीड़ जमा हो जाने पर आसपास के थानों की फोर्स भी लगा दी गई।
जगतपुरी कॉलोनी में परिवार के साथ रहने वाले संजय रंगाई-पुताई का काम करते हैं। संजय की बड़ी बेटी 15 वर्षीय दिव्या 9वीं में पढ़ती है। पड़ोस में रहने वाला 35 वर्षीय शौकीन संजय का साथी है। उन्हीं के साथ रंगाई-पुताई का काम करते हैं। इसी के चलते दोनों का एक-दूसरे घर भी आना जाना था। गुरुवार शाम को छात्रा चार बजे कोचिंग के लिए जा रही थी। घर से लगभग 20 मीटर दूर पहुंचने पर पीछे से कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय शौकीन हाथ में तलवार लेकर आया और उसने छात्रा पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। उससे गर्दन, कमर, सिर और पैर पर तलवार से वार किए। इस दौरान स्थानीय लोगों ने आरोपी का पीछा करके उसे दबोच लिया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को बुलाकर उसे सौंप दिया।
लोगों ने बताया कि शौकीन ने पहला वार छात्रा के सिर पर किया। छात्रा के सिर से खून का फव्वारा छूटा। इसके बाद वह भागी तो शौकीन ने पीछा किया। 100 मीटर तक गली में सड़क से दीवारों तक खून के बूंदे गिरीं। इसके बाद शौकीन ने उसे पकड़ लिया। वह रोते हुए कह रही थी, अंकल प्लीज… मुझे छोड़ दो… मैं आपकी बेटी जैसी हूं, लेकिन शौकीन का दिल नहीं पसीजा। उसने ताबड़तोड़ प्रहार किया। छात्रा लहूलुहान हो गई और बेहोश होकर गिर पड़ी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया
संजय ने बताया कि बेटी को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत बेहद गंभीर है। उस पर सिर और गर्दन सहित चार जगह हमला किया गया। शौकीन नशे में धुत था। साथ काम करने की वजह से उसका घर में आना-जाना है। उसे मालूम था कि बेटी चार बजे कोचिंग सेंटर जाती है। वह पहले से आ गया। जैसे ही बेटी घर से निकली, उसका पीछा करने लगा। थोड़ी दूर पीछा करने के बाद उसने हमला कर दिया। वह बस एक ही बात कहे जा रहा था, आज तुझे जिंदा नहीं छोड़ूंगा। लोग उसे पकड़ने के लिए दौड़े तो उसने तलवार को तालाब में फेंक दिया।
स्कूल बदलने के लिए बनाता था दबाव
पिता संजय ने बताया कि शौकीन उनपर दिव्या का स्कूल बदलने के लिए दबाव बनाता था। कुछ दिन पहले दिव्या के स्कूल की एक छात्रा प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। इस बारे में शौकीन को पता चला तो वह स्कूल जाने के लिए दिव्या से मना करने लगा। इसको लेकर कुछ दिन पहले संजय और शौकीन में कहासुनी भी हुई थी। जिसके बाद स्कूल बदलने पर सहमति बन गई थी। इतना ही नहीं, वह उसे ट्यूशन में भी अकेले नहीं जाने देता था। वह उसे हर बात में टोकता था।
आरोपी को छात्रा बांधती थी राखी
शौकीन पीड़ित छात्रा के मकान के सामने ही रहता है। कुछ साल पहले उसकी पत्नी छोड़कर चली गई थी। पिछले तीन साल से उसका छात्रा के घर आना-जाना था। खाना भी छात्रा के घर में ही खाता था। छात्रा के पिता संजय के साथ दो साल तक उसने काम किया था। फिलहाल अलग कुछ काम कर रहा था। कॉलोनी के लोग बताते हैं कि छात्रा शौकीन के राखी भी बांधा करती थी।
केस नहीं चाहिए, हमलावर को सौंप दो
घटना की सूचना पर पहुंचे पुलिस अफसरों के सामने छात्रा के पिता और काॅलोनी के लोगों ने कहा कि उन्हें केस दर्ज नहीं कराना है। वे कोर्ट-कचहरी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं। सबने एक ही मांग रखी कि हमलावर शौकीन उनके हवाले कर दिया जाए। पुलिस अफसरों ने समझाया कि वे कानून हाथ में न लें। पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। इस पर लोग शांत हुए।
एसीपी ज्ञान प्रकाश राय का कहना है कि आरोपी और छात्रा के परिवार के बीच घरेलू संबंध रहे हैं। डॉक्टर छात्रा की हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं है। छात्रा के कुछ सामान्य होने के बाद पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही हमले का कारण पता चल सकेगा। वहीं हमलावर से पूछताछ की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से पीड़िता के घर और हॉस्पिटल के आसपास पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।