उज्जैन में 12 साल की बच्ची से दरिंदगी, भटकती रही मासूम

उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां एक पुलिस जवान ने खून देकर उसकी जान बचाई है। मामले में आरोपियों की पहचान अभी नहीं हुई है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ जारी है। जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है।

उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र में दांडी आश्रम के पास एक किशोरी खून से लतपथ भटकती हुई मिली थी। उसकी उम्र तकरीबन 12 साल है। कपड़े भी कई जगह से फटे हुए थे। भाषा अलग होने की वजह से कोई उसकी बात समझ नहीं सका। किसी ने मदद तक नहीं की। काफी देर यहां-वहां भटकते हुए देख लोगों ने पुलिस को जानकारी दी तो पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया। हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान उसे खून भी चढ़ाया गया।

प्राइवेट पार्ट में हुई इंजरी
किशोरी के प्राइवेट पार्ट में काफी इंजरी है। मेडिकल के बाद डाक्टर्स ने रेप की पुष्टि की है। जिस इलाके में किशोरी भटकती हुई मिली थी, वहां के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस ने खंगालीं तो पता लगा कि वह एक आटो में भी बैठी थी और एक शख्स उसके साथ था। पुलिस ने आटो नंबर के आधार पर उसके चालक को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ जारी है।

यूपी पुलिस से साधा संपर्क
पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि यह नाबालिग उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली है। वह इससे पहले उज्जैन कभी नहीं आई थी। पुलिस के लिए जांच का विषय यह है कि नाबालिग आखिर उज्जैन कैसे पहुंची? आखिर उसके साथ किसने दुष्कर्म किया है?  मध्य प्रदेश पुलिस ने यूपी पुलिस से संपर्क साधकर पूरे मामले की जानकारी साझा की है। किशोरी का बयान समेत उसकी तस्वीरें भी साझा की हैं।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘उज्जैन मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले पर एएसपी जयंत सिंह राठौड़ ने कहा कि, महाकाल थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़की से रेप की जानकारी संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। एसपी सचिन शर्मा साइबर, क्राइम और राज्य पुलिस समेत तीन एसआईटी टीमें बनाई हैं। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। लड़की की तबीयत ठीक नहीं थी, उसे एमवायएच इंदौर में अस्पताल में रखा गया है और वह वर्तमान में स्थिर है।

मुख्यमंत्री विहीन है प्रदेश
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, एमपी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे? मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश हैं और जनता परेशान है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।

Exit mobile version