बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा में PUBG छोड़ पढाई करने के लिए डांटने पर राज्यमंत्री के पीआरओ के बेटे ने टिनशेड के एंगल पर दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। इकलौते बेटे की मौत से परिवार में मातम छा गया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के कालवन गंज छोटी बाजार निवासी दिलीप गुप्ता जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद के पीआरओ हैं। उनका बेटा अरुण गुप्ता सिर्फ 14 साल का था। रविवार रात साढ़े 12 बजे दिलीप घर पहुंचे तो अरुण कमरे के अंदर नहीं था। छत पर जाकर देखा तो उसका शव फंदे पर लटक रहा था। परिजनों में चीख-पुकार मच गई। शोर-शराबा सुनकर आसपास के लोग भी आ गए। फंदा काटकर शव को नीचे उतारा गया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक अपने पिता की इकलौती संतान था। वह शहर के एक विद्यालय में हाईस्कूल में पढ़ता था। इन दिनों उसकी छमाही परीक्षाएं भी चल रही थीं। रात को वह मोबाइल पर पबजी गेम खेल रहा था। इस पर मां डा. रमा गुप्ता ने उसे डांट दिया। इतना सुनने के बाद अरुण छत की ऊपरी मंजिल पर पहुंच गया और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना के बाद दिलीप गुप्ता और मां डॉ. रमा गुप्ता दोनों घटना के बाद से बदहवास हो हैं। उन्होंने बताया कि उनके मात्र एक ही पुत्र था। वह उसे बहुत दुलार करते थे। उसकी हर फरमाइश पूरी होती थी। अरुण के दादा अरुण गुप्ता दाल वाले और दादी सुशीला का अरुण दुलारा था। अरुण की खुदकुशी को लेकर वह भी खासे व्यथित थे। पिता दिलीप ने बताया कि खेलो इंडिया खेलो प्रतियोगिता के तहत जुलाई माह में उसका चयन बैडमिंटन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया था। पिता का कहना है कि अरुण पूरे परिवार का दुलारा था।
बाल कल्याण आयोग की सदस्य हैं मृतक की मां
राज्यमंत्री के पीआरओ दिलीप गुप्ता की पत्नी यानी कि मृतक की मां बाल कल्याण आयोग की सदस्य हैं। इसके पूर्व वह अतर्रा के एक महाविद्यालय में प्राचार्य के तौर पर कार्यरत रहीं। अचानक हुई इस घटना से परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि बेटे को पबजी गेम खेलने से रोका था, तभी उसने आत्महत्या कर ली।