नई दिल्ली। दिल्ली में जी20 समिट के पहले दिन डिनर के लिए सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों को निमंत्रित किया गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने दिल्ली में लैंडिंग की इजाजत नहीं मिलने का दावा किया है। कांग्रेस शासित दोनों राज्यों के सीएम के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सफाई दी है। मंत्रालय ने कहा है कि यह कहना सच नहीं है, सीएम के मूवमेंट पर रोक नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि मौजूदा जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों की अपने राज्य के विमान से दिल्ली या इसके आसपास के इलाकों की यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन निजी चार्टर्ड उड़ानों में यात्रा करने वालों को पूर्वानुमति की आवश्यकता होगी। प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्रालय ने राज्य को स्पष्ट किया है कि 8-11 सितंबर 2023 को दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए एक उच्च तकनीक सुरक्षा हवाई कवर तैनात किया गया है, राज्यपालों और राज्य के मुख्यमंत्रियों को उनके राज्य के विमानों पर आवाजाही की अनुमति है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा था कि वह राष्ट्रपति के साथ जी20 डिनर में शामिल नहीं होंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा था कि वह राष्ट्रपति के साथ जी20 डिनर में शामिल नहीं होंगे। इस हफ्ते के अंत में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा उपायों के कारण दिल्ली के अंदर और बाहर जाने वाली कोई गैर-निर्धारित उड़ानें नहीं हैं।
बघेल ने कहा कि उन्होंने कहा कि, भाई अब तो नो फ्लाइंग जोन हो गया है, तो कैसे जाऊं? सरकार ने शनिवार को भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित विशेष रात्रिभोज के लिए जी20 के गणमान्य व्यक्तियों के अलावा सभी मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को विशेष निमंत्रण दिया है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी ऐसा ही दावा किया था।