नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित चिट्ठी का सरकार ने जवाब दिया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सोनिया गांधी राजनीति करने की कोशिश कर रही हैं। पहले कहीं भी सत्र बुलाने से पहले किसी से सलाह-मशविरा नहीं किया गया था। इससे पहले कभी भी जब अन्य सरकारें भी थीं, एजेंडा का पहले से खुलासा नहीं किया गया था।
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोनिया गांधी के पत्र का जवाब देते हुए लिखा, “परंपरा का पालन करते हुए सत्र बुलाया गया है, शायद आप परंपरा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। संसद सत्र बुलाने से पहले कभी भी राजनीतिक दलों से चर्चा नहीं की जाती है और न ही मुद्दों पर चर्चा की जाती है। सत्र बुलाने के बाद और उससे पहले सत्र की शुरुआत में सभी दलों के नेताओं की बैठक होती है जिसमें संसद में उठ रहे मुद्दों पर चर्चा होती है।”
एजेंडे को लेकर जोशी ने दिया ये जवाब
जोशी ने पत्र में लिखा कि सत्र का एजेंडा, हमेशा की तरह, स्थापित प्रथा के अनुसार उचित समय पर प्रसारित किया जाएगा। मैं यह भी फिर से कहना चाहूंगा कि हमारे संसदीय कामकाज में, चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो। आज तक कभी भी संसद बुलाने के समय एजेंडा पहले से प्रसारित नहीं किया गया है।
जोशी ने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद की गरिमा बनाए रखी जाएगी और इस मंच का इस्तेमाल राजनीतिक विवादों के लिए नहीं किया जाएगा। साथ ही, मैं आगामी सत्र को सुचारू रूप से चलाने में आपके पूर्ण सहयोग की आशा करता हूं जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय स्तर पर सार्थक परिणाम सामने आएंगे।