पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सोमवार देर शाम पत्नी राबड़ी देवी संग अपने गृह जिले गोपालगंज पहुंचे। हालाँकि उनके इस दौरे के दौरान के वायरल एक वीडियो से राजनीति गरमा गई है। इस दौरान हथुआ डीएसपी लालू यादव के लिए छाता लेकर चलते दिखे। बीजेपी ने इसे लेकर नीतीश सरकार को भी घेरा है। मामले के चर्चा में आने के बाद एसडीपीओ की ओर से बयान जारी कर इस मामले में सफाई दे गई है।
गोपालगंज के हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार ने सफाई दी है। अनुराग कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि राजद नेता लालू यादव वयोवृद्ध नेता हैं। डीएम ने लालू यादव की सुरक्षा को लेकर उनकी डेप्यूटेशन हुई थी। और वे सुरक्षा के प्रोटोकॉल के तहत ही यहां पर उनकी सुरक्षा में तैनात थे। अनुराग कुमार ने कहा कि लालू के कार्यक्रम के दौरान बारिश तेज हो रही थी। उनके पास अपना खुद हथियार भी था। वे अपने हथियार बचाने और लालू यादव बुजुर्ग नेता हैं। उनके सुरक्षा को लेकर उन्होंने छाता लगाया था।
अनुराग ने ये भी कहा है कि भीड़ ज्यादा होने से लालू की सुरक्षा को खतरा हो सकता था। इसलिए उन्होंने ऐसा किया था। किसी को वीआईपी ट्रीटमेंट देना उनकी मंशा नहीं थी। एसडीपीओ ने कहा कि मानवता के नाते उन्होंने ऐसा किया था। लेकिन कुछ लोगों के द्वारा उनके वीडियो को तोड़ मरोड़ कर गलत खबर के नियत से परोसा जा रहा है। जो बिल्कुल जायज नहीं है।
एसडीपीओ पर भड़की भाजपा
22 अगस्त की सुबह लालू प्रसाद यादव गांव में मौजूद थावे मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान सामने आई एक तस्वीर पर सियासत तेज हो गई है। दरअसल हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो लालू को बारिश से बचाने के लिए खुद छाता लेकर चल रहे हैं। इस पर भाजपा ने हमला बोला है।
सुशील मोदी ने कसा तंज
राज्यसभा सांसद और बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी ने ट्वीट किया और कहा, “लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आई एस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि एस डी पी ओ साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं। नीतीश जी का यही सुशासन है? नीतीश जी ऐसे एस डी पी ओ पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखायेंगे?” बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा “लालू यादव को JDU ने पंजीकृत अपराधी कहा था, अब वही राजा बनकर घूम रहे और DSP छाता लेकर घूम रहा है।”