नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने गंगा मैया पर भी विवादित टिप्पणी की है। इसके अलावा अजीज कुरैशी ने कांग्रेस पार्टी को धमकी देते हुए कहा कि कांग्रेस से निकालना है तो निकाल दो लेकिन पार्टी दफ्तर में मूर्तियों को रखना डूब मरने वाली बात है।
मध्य प्रदेश में नर्मदा पूजा करने गईं प्रियंका का नाम लिए बिना कुरैशी ने कहा कि नेहरू के वारिस का ‘जय नर्मदा’ कहना डूब मरने की बात है। कभी राहुल गांधी के मंदिर जाने तो कभी मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम की ओर से बागेश्वर बाबा की कथा कराए जाने जैसे कांग्रेस के हिंदुत्ववादी कदमों पर निशाना साधते हुए अजीज ने कहा, ‘कांग्रेस के लोग आज बात करते हैं हिदुत्व की, यात्राओं की, जय गंगा मइया, जय नर्मदा मइया, ये शर्म की बात है। मुझे कोई डर नहीं कहने में, निकाल देना मुझे पार्टी से। ये डूब मरने की बात है। नेहरू के वारिश कांग्रेस के लोग आज धार्मिक यात्राएं निकालते हैं। जय बोलते हैं, गर्व से कहो हिंदू हूं बोलते हैं। हमारे पीसीसी दफ्तर में मूर्ति बिठाते हैं। डूब करने की बात है। चुल्लू भर पानी में डूब मरने की बात है।’
मुसलमानों से भेदभाव का आरोप
कांग्रेस में रहकर सालों तक सत्ता का स्वाद चखने वाले कुरैशी ने मुसलमानों से भेदभाव का आरोप भी लगाया और कहा कि मुस्लिम किसी पार्टी के गुुलाम नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘ये सारी पार्टियां जिनमें कांग्रेस भी शामिल करता हूं उनसे मैं कहना चाहता हूं वो जेय बात जरा अच्छी तरह समझ लें कि मुसलमान आपका गुलाम नहीं है। मुसलमान आपका बंधुआ मजदूर नहीं है कि आपके हुक्म दें और उसकी तामील करे। क्यों वोट दे आपको? नौकरी आप देते नहीं, फौज में आप लेते नहीं, पुलिस में आप लेते नहीं, एयरफोर्स में लेते नहीं। कर्जा आप देते नहीं।’
अजीज कुरैशी ने धमकी देते हुए कहा कि इस देश में 22 करोड़ मुसलमान हैं और एक-दो करोड़ मर भी जाए तो कोई बात नहीं। लेकिन जब पानी हद से गुजर जाएगा तो मुसलमानों ने भी हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी है। उन्होंने कहा कि मुसलमान डर के साए में जी रहा है और उसे डराया धमकाया जा रहा है।
अपनी बात पर कायम कुरैशी
कुरैशी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘नेहरू की जो परंपरा थी, दुनिया के लिए मिसाल है। आज उनके परिवार का यदि कोई वारिस जनऊ दिखाए और कहा कि मैं पक्का हिंदू हूं, यह हमारा वोट है। यदि उनकी परपोती जय नर्मदा मइया कहे। तो मुझे ऐतराज है।’ उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक कार्यक्रम गरीब, मजदूर, किसान के नाम पर हो, एक समान अधिकार पर हो। उन्होंने पीसीसी दफ्तर में मूर्ति लगाने पर भी आपत्ति जाहिर की।
कांग्रेस से दिग्गज नेता हैं अजीज कुरैशी
अजीज कुरैशी का राजनीतिक करियर काफी लंबा है और वह कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। 1984 के लोकसभा चुनाव में वह सतना से सांसद चुने गए थे। इसके बाद मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। अजीज कुरैशी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।