गाजियाबाद। लोनी का मेवला भट्टी गांव में 500 से ज्यादा लोग बुखार से पीड़ित हैं। इन्हें आसपास के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई लोग डेंगू से बीमार हैं। अधिकांश मरीजों का इलाज लोनी में ही आसपास के निजी अस्पतालों और संयुक्त अस्पताल में चल रहा है।
लोनी के मेवला भट्टी गांव की आबादी 4500 है। इनमें से 500 से ज्यादा लोग बुखार से पीड़ित हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और शिविर लगाया। तीन दिन तक लगाए गए शिविर में रविवार को पहले दिन 65 मरीज बुखार के सामने आए। दूसरे दिन 57 मरीजों की जांच की गई। मंगलवार को 16 मरीजों की डेंगू और मलेरिया की जांच की गई। कुल 125 से ज्यादा मरीजों की रेपिड जांच में सात मरीजों में डेंगू होने की पुष्टि हुई। इन सभी मरीजों को संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन्हें डेंगू वार्ड में मच्छरदानी लगाकर रखा गया है। इन मरीजों का एलाइजा टेस्ट कराया जा रहा है। बुखार के मरीज मिलने के बाद मलेरिया विभाग ने अभियान चलाकर मेवला भट्टी के अलावा सिरौली, जावली और चिरौड़ी गांवों में सर्वे किया और दवा का छिड़काव कराया।
जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि मलेरिया विभाग की 34 टीमों ने 1025 घरों का सर्वे किया। 30 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया। 15 कॉलोनियों में मिले डेंगू के लार्वा के लिए पांच लोगों को नोटिस जारी किया गया। 20 स्थानों पर साफ सफाई करवा कर दवा का छिड़काव किया गया और 8 स्थानों पर मलेरिया विभाग के अधिकारियों ने लोगों को जागरूक किया।
लोनी में डेंगू वार्ड, सीएचसी व पीएचसी पर मच्छरदानी लगाने के निर्देश
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार ने बताया कि लोनी के संयुक्त अस्पताल में आठ बेड का डेंगू वार्ड बनाने का निर्देश जारी किया गया है। एमएमजी और संयुक्त अस्पताल में भी अलग से डेंगू वार्ड बनाने को कहा गया है। डेंगू वार्ड में सभी बेड पर मच्छरदानी लगाने और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी सीएचसी व पीएचसी पर मच्छरदानी लगाने का निर्देश दिया गया है।