गाजियाबाद। इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र में हिंडन बैराज पर नदी में कूदे छात्र का शव शुक्रवार शाम चार बजे 12 किलोमीटर दूर नोएडा की चार मूर्ति से बरामद हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, घटना के बाद से ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
अर्थला निवासी नानकचंद का बेटा दीपक बीए प्रथम वर्ष का छात्र था। चार बहनों में दीपक इकलौता भाई था। गुरुवार शाम दीपक अकेले ही विजयनगर की कांशीराम आवासीय योजना में बुआ के घर गया था। कुछ देर रुकने के बाद वह हर्ष के साथ रात पौने आठ बजे बाइक से घर आ रहा था। बाइक हर्ष चला रहा था और वह पीछे बैठा था। हर्ष का कहना है कि हिंडन बैराज पर पहुंचकर दीपक ने बाइक रोकने के लिए कहा और वह अचानक नीचे उतर गया। उसने बाइक रोकी और दीपक को बैठने के लिए कहा। तब दीपक ने उससे कहा कि उसे घबराहट हो रही है। इतना कहकर वह बैराज के गेट से नीचे उतरा और लोहे की बेल पकड़कर नदी में कूद गया। हर्ष ने शोर मचाया। वाहन चालकों ने भी दीपक को बाहर लाने के लिए कहा, लेकिन वह गहरे पानी में फंस गया था।
सूचना पर इंदिरापुरम एसएचओ और तहसीलदार रवि सिंह भी पहुंचे। गुरुवार को तीन घंटे तक गोताखोरों ने तलाश की, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण वह नहीं मिला। अंधेरे के कारण तलाशी अभियान को रात करीब 11 बजे बंद किया गया। शुक्रवार सुबह आठ बजे से एनडीआरएफ और पीएसी वाहिनी मुरादाबाद के हेड कांस्टेबल भगवंत शरण के नेतृत्व में टीम ने छात्र की तलाश शुरू की। पानी के बहाव को देखते हुए दोपहर तक टीम पांच से सात किलोमीटर इलाके में अभियान चलाती रही लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर पुलिस ने बैराज के दो गेट खुलवा दिए। तब पानी दूसरी दिशा में जाने के बाद छात्र दीपक का शव कीचड़ से निकलकर 10-12 किलोमीटर दूर नोएडा चार मूर्ति के आसपास ऊपर आ गया।