नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर एयरपोर्ट के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम ने विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 2024 के लिए देश के लोगों ने हमारी सरकार वापस लाने का मन बना लिया है। ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अवधी कविता की पंक्तियां सुनाते हुए कहा कि इन लोगों का गाना कुछ और है। हाल कुछ है, लेबल कुछ है और माल कुछ और है। उन्होंने कहा कि इनकी दुकान पर दो चीजों की गारंटी मिलती है। एक तो यह अपनी दुकान पर जातिवाद का जहर बेचते हैं और दूसरा असीमित भ्रष्टाचार करते हैं। आज कल ये लोग बेंगलुरु में जुटे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि एक गीत था-एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग। आप देखिए कि ये लोग कितने चेहरे लगाकर बैठे हैं। जब ये लोग कैमरे के सामने एक फ्रेम में आ जाते हैं तो पहला विचार देश के सामने आता है कि लाखों करोड़ों रुपयों का भ्रष्टाचार।
पीएम मोदी ने कहा कि इनका प्रोडक्ट है, 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले की गारंटी। इस मीटिंग की एक और खास बात है कि यदि कोई करोड़ों के घोटाले में जमानत पर है तो उसे बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। यदि पूरी फैमिली ही जमानत पर है तो उसकी और ज्यादा खातिरदारी होती है। यदि किसी दल का वर्तमान मंत्री करप्शन में जेल जाता है तो उसे विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है। यदि कोई किसी समाज का अपमान करता है तो उसकी बहुत आवभगत होती है।
इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि परिवर्तन की बात करने वाले जब करोड़ों का शराब घोटाला करते हैं तो ये कुनबा उन्हें संरक्षण देने लगता है। देश की जब कोई एजेंसी इन पर ऐक्शन लेती है तो टेप रिकॉर्डर शुरू हो जाता है कि कुछ हुआ ही नहीं। सब कुछ साजिश है और हमें फंसाया जा रहा है। इनका कुनबा पहले ही सबको क्लीन चिट दे देता है ।कहीं जब करप्शन होता है तो ये चुप हो जाते हैं। बंगाल में पंचायत चुनाव हुए तो खूनखराबा हुआ, लेकिन ये लोग चुप रहे। यहां तक कि लेफ्ट और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी वहां गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इन लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए उन्हें छोड़ दिया है।
‘खाता ना बही, परिवार जो कहे, वही सही’
उन्होंने लालू पर इशारों में ही हमला बोलते हुए कहा कि यदि कोई करोड़ों के घोटाले का दोषी पाया जाता है तो वह विशेष योग्य हो जाता है। इन लोगों में करप्शन को लेकर बड़ी आत्मीयता है। इसीलिए 20 लाख करोड़ के घोटालों की गारंटी देने वाले ये लोग बहुत आत्मीयता से मिल रहे हैं। ये लोग परिवारवाद के कट्टर समर्थक हैं। इनका नारा है कि ना खाता ना बही, जो परिवार कहे, वही सही। पीएम मोदी बोले, ‘लोकतंत्र के लिए कहा जाता है कि जनता के लिए, जनता के द्वारा और जनता का। पर इन लोगों का नारा है कि परिवार प्रथम और देश कुछ नहीं। इन लोगों की यही प्रेरणा ही इनका मत्र है। ये लोग देश के लोकतंत्र को और उसके संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं।’
इनका टारगेट है- परिवार बचाओ और करप्शन बढ़ाओ
पीएम मोदी ने कहा कि इनके लिए मैं यही कहना चाहूंगा कि नफरत है, घोटाले हैं तुष्टीकरण है, मन काले हैं। इनके लिए देश के गरीबों का विकास नहीं बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। आजकल आप देखते हैं कि देश में स्टार्टअप्स बढ़ रहे हैं। हमारे युवा बड़ी संख्या में स्टार्टअप्स रजिस्टर करा रहे हैं। यह युवा शक्ति पहले भी थी, लेकिन इन परिवारवादी पार्टियों ने कभी देश की युवा शक्ति के साथ न्याय नहीं किया। इनकी यही विचारधारा है कि अपना परिवार बचाओ और उसके लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ।
अपराधों पर बंद हो जाती है इनकी जुबान
पीएम मोदी ने कहा कि ये जो जमात इकट्ठी हुई है, उनके कुनबे में बड़े से बड़े घोटालों पर, अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है। जब किसी एक राज्य में इनके कुशासन की पोल खुलती है, तो दूसरे राज्यों के ये लोग फौरन उसके बचाव में तर्क देने लगते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कहीं बाढ़ घोटाला होता है, किसी का अपहरण होता है तो कुनबे के सारे लोग चुप हो जाते हैं।
अपने कार्यकर्ताओं को भी मरने को छोड़ा
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में सरेआम हिंसा हुई, लगातार खून-खराबा हो रहा है, इस पर भी इन सबकी बोलती बंद है। कांग्रेस और लेफ्ट के कार्यकर्ता वहां खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं ने अपने स्वार्थ में वहां अपने कार्यकर्ताओं को भी मरने के लिए छोड़ दिया है।