नई दिल्ली। सहारा ग्रुप की कंपनियों में आपका भी पैसा फंसा हुआ है, तो आपके लिए अच्छी खबर है। मंगलवार अटल ऊर्जा भवन में इस पोर्टल की शुरुआत होगी। पोर्टल के जरिए सहारा के उन निवेशकों के पैसे वापस दिए जाएंगे जिनके निवेश की अवधि यानी समय सीमा पूरी हो चुकी है।
गृह और संघीय सहयोग मंत्री अमित शाह द्वारा मंगलवार को सहारा रिफंड पोर्टल को लॉन्च करेंगे। कल यानी 18 जुलाई 2023 को 11 बजे ये पोर्टल लॉन्च होगा। इस पोर्टल के जरिये सहारा के निवेशक को उनका पैसा वापस पाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। सहारा ग्रुप्स में सैकड़ों भारतीय नागरिकों का पैसा फंसा हुआ है। इस कंपनी में की लोगों ने अपनी सारी जमा-पूंजी लगा दी है। अब वह अपने निवेश राशि का इंतजार कर रहे हैं। लोगों ने अपने पैसों के लिए काफी इंतजार किया है। इस पोर्टल के लॉन्च होने के बाद निवेशक तुरंत अपना पैसा निकाल सकते हैं।
लाखों निवेशकों को होगा फायदा
सहारा इंडिया में देश के लाखों लोगों का पैसा फंसा हुआ है। सहारा की कई कंपनियों में लोगों का पैसा फंसा हुआ है। लोग लंबे समय से अपना पैसा वापस मिलने का इंतजार कर रहे हैं। अब जिन लोगों का इन्वेस्टमेंट मैच्योर हो गया है, उन्हें जल्द ही अपना पैसा वापस मिलेगा। इसके लिए सरकार सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च कर रही है। सहारा इंडिया के निवेशकों ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। इसके बाद अब पोर्टल के जरिए पैसे लौटाने की बात कही जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था यह आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि सहारा इंडिया के सभी निवेशकों को सीआरसी के जरिए भुगतान किया जाए। सहारा इंडिया बैंक में ग्राहकों की जमा रकम पर कोर्ट ने फैसला सुनाया था। अब सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए निवेशकों को अपना पैसा वापस मिलने की आस जगी है। साल 2012 में सहारा-सेबी फंड बनाया गया था। सहारा सेबी फंड में 24000 करोड़ रुपये जमा हैं।
क्या है पूरा विवाद
सहारा का ये विवाद साल 2009 का है। सहारा की दो कंपनियां सहारा हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन से जुड़े विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई, जब कंपनी ने अपना IPO लाने की पेशकश की। आईपीओ के आते ही सहारा की पोल खुलने लगी। सहारा ने गलत तरीके से निवेशकों से 24000 करोड़ की रकम जुटाई थी, जो सेबी के सामने आ गई। सेबी ने सहारा में कई अनियमितता पाई, जिसकी जांच जब हुई तो बड़ा स्कैम सामने आया। सेबी ने सहारा को निवेशकों को उनका पैसा ब्याज समेत लौटाने का आदेश दिया। बाद में मामला उलझता चला गया और आज भी सहारा के लाखों निवेशक अपने फंड का इंतजार कर रहे हैं।