बेंगलूर। बेंगलुरु में आज सोमवार से विपक्ष की बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें आम आदमी पार्टी समेत समान विचारधारा वाले 26 दलों के नेता शामिल होंगे। इस बैठक में सभी पार्टियों के नेता 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए रणनीति बनाएंगे।
बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में होने वाली बैठक में विपक्ष के गुट के नए नाम, संयोजक, तमाम कार्यक्रमों और आंदोलनों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा सीटों के बंटवारे के लिए समितियों के गठन और ईवीएम और चुनाव आयोगों के सुधार के लिए विपक्षी दल पत्र सौंपेंगे। इनके अलावा दिल्ली के अध्यादेश, यूसीसी, महंगाई, विदेश नीति, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा होगी। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव के लिए पुरा विपक्ष एकजुट होगा। साथ ही कहा कि विपक्षी दलों में कांग्रेस की भूमिका अहम है और भाजपा के खिलाफ गठबंधन का नेता उपयुक्त समय आने पर तय होगा। पी. चिदंबरम ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा कि विपक्षी दलों के कई साझा उद्देश्य हैं। क्योंकि वे सभी केंद्र की भाजपा नीत सरकार की सामाजिक व आर्थिक नीतियों के खिलाफ हैं। धीमी विकास दर, बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी को लेकर सभी विपक्षी दल चिंतित हैं। साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर विपक्षी दल मुखर हैं। इन साझा चिंताओं ने विपक्षी दलों को आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट किया है।
पिछली बैठक में विपक्षी दलों में छह मुख्यमंत्रियों-ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), अरविंद केजरीवाल (दिल्ली), भगवंत मान (पंजाब), हेमंत सोरेन (झारखंड), एम.के. स्टालिन (तमिलनाडु) और नीतीश (बिहार) ने राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, लालू यादव, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अन्य की उपस्थिति में भाजपा के खिलाफ एकजुटता का संकल्प लेने के लिए हाथ मिलाया था। हालांकि, आप ने पिछली बैठक में विपक्ष की किसी भी बैठक का हिस्सा बनने के लिए मांग रखी थी कि कांग्रेस सार्वजनिक रूप से अध्यादेश के मुद्दे पर उसका समर्थन करे। अब क्योंकि कांग्रेस दिल्ली पर केंद्र के अध्यादेश का विरोध करने के आप को अपना समर्थन दे चुकी है तो विपक्षी दलों को बेंगलुरु में होने वाली बैठक से काफी उम्मीद है।
रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगे शरद पवार-ममता बनर्जी
बंगाल की मुख्यमंत्री 17 जुलाई को विपक्ष की बैठक में आयोजित रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगी। हाल ही में हुई घुटने की माइक्रोसर्जरी के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। वह अभिषेक बनर्जी के साथ 18 जुलाई को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगी हालांकि दोनों 17 जुलाई को पहुंचेंगे। टीएमसी की ओर से अभिषेक बनर्जी रात्रिभोज में शामिल होंगे। उधर, शरद पवार 17 जुलाई को मुंबई में अपने विधायकों से मिलने वाले हैं, लिहाजा वह भी बेंगलुरु में रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगे।
कौन-कौन से दल होंगे शामिल
17 और 18 जुलाई को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में 26 पार्टियों के शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस की ओर से पहले 24 दलों को इस बैठक में आने का न्योता दिया गया था, लेकिन अब इनमें दो और दल जुड़े गए हैं। इनमें एमएमके और अपना दल (कमेरावादी) शामिल हैं। इसके अलावा बैठक में शिरकत करने वाले अन्य दलों में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार खेमा), शिवसेना (उद्धव गुट), सपा, जेएमएम, नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, माकपा, भाकपा, तृणमूल कांग्रेस, जद(यू), आम आदमी पार्टी, राजद, द्रमुक, भाकपा माले, एमडीएमके, केडीएमके, रालोद, वीसीके, आरएसपी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसफ) और केरल कांग्रेस (मणि) शामिल हैं।