रोम। इटली में सरकार ने खुले में नमाज पर बैन लगाने के लिए एक मसौदा कानून बनाया है, जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इसके साथ ही सरकार ने देश में होने वाले धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए भी मसौदा तैयार किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस बिल में, देश के गैराजों, औद्योगिक केन्द्रों, औद्योगिक गोदामों और मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। मेलोनी के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी सरकार ने देश के शहरी नियोजन कानून में संशोधन किया है। मसौदा कानून का उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों को धार्मिक प्रार्थना स्थलों या मस्जिदों में बदलने पर रोक लगाना है। इस बिल के तहत इटली के तमाम मस्जिदों की जांच की जाएगी और ये पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इन्हें फंड कहां से मिलता है। अगर यह बिल संसद में पास कर दिया जाता है तो उन मस्जिदों को बंद कर दिया जाएगा, जो गैरक़ानूनी रूप से गोदामों में बनी हुई है। इसके साथ ही बिल में कहा गया है कि अगर किसी औद्योगिक गोदओं या गैराजों का इस्तेमाल धार्मिक प्रचार के लिए किया गया, तो आरोपी को सख्त सजा दी जाएगी।
आपको बता दें कि इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने अपने चुनावी अभियान के दौरान भी धर्म परिवर्तन समेत देश में मुस्लिम शरणार्थियों को रोकने के लिए कानून बनाने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार बनती है तो वे देश में मुस्लिमों के नए निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगा देंगे। इसके अलावा मेलोनी ने इमामों के लिए प्रोफेशनल कानून लेकर आने का वादा किया था। तत्कालीन विपक्षी नेता ने दावा किया था कि वे मस्जिद के भीतर होने वाली बातचीत को भी इटलायिन करने पर बाध्य करेंगी ताकि वहां जो भी बोला जा रहा हो, उसे हर कोई सुन सके।