आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में अंजलि बजाज हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। युवकों से पूछताछ में बताया कि अंजलि बजाज की हत्या की साजिश उसकी अपनी ही बेटी ने रची थी, बेटी ने अपनी ही मां की हत्या करवा दी।
सिकंदरा क्षेत्र के शास्त्रीपुरम में अरोमा कालोनी निवासी उदित बजाज का जूते के धागे का कारोबार है। उनकी पत्नी अंजली बजाज की बुधवार को चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को उनका शव ककरैठा के जंगल में वनखंडी महादेव मंदिर के पास मिला था। हत्याकांड में पहले दिन से ही पुलिस को बेटी और उसके प्रेमी प्रखर पर शक था। शनिवार को पुलिस ने कासंगज के गंजडुंडवारा निवासी प्रखर गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। वह मां के साथ दयालबाग क्षेत्र में रह रहा था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रखर के दोस्त गंजडुंडवारा निवासी शीलू काे गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि 20 दिन पहले अंजली ने बेटी के मोबाइल में प्रेमी के साथ के फोटो देख लिए थे। इसके बाद उन्होंने आरोपित को सबक सिखाने का मन बनाया। नाबालिग से संबंध बनाने वाले के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है? यह गूगल पर सर्च किया। इसके बाद बेटी से कहा कि वह उसके प्रेमी को जेल भिजवा सकती है। नाबालिग की मर्जी का कोई महत्व नहीं होता है। बेटी ने यह बात प्रखर को बता दी और दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
बुधवार को मृतका अंजलि की बेटी शास्त्रीपुरम से बाजार जाने की बात कहकर घर से निकली थी। बेटी काफी देर तक घर नहीं लौटी तो मां अंजलि ने कार से बेटी की तलाश शुरू कर दी।कुछ देर बाद अंजलि के फोन पर बेटी का मैसेज आया कि ‘मां मुझे लेने बनखंडी महादेव मंदिर आ जाओ।’ जंगल में पहुंचते ही प्रखर ने अंजली को पकड़ लिया और उसके दोस्त शीलू ने पेट में चाकू से प्रहार किए। प्रखर ने चाकू लेकर अंजलि के गले पर चाकू से वार किए।
डीसीपी सिटी ने बताया कि हत्या के प्रखर और शीलू पावर बाइक से पहले दिल्ली फिर शिमला गए थे। लौटकर आते ही पकड़े गए। हत्या और साक्ष्य नष्ट करने की धारा में दोनों को जेल भेजा जा रहा है। जबकि हत्या की साजिश रचने में कारोबारी की बेटी को राजकीय किशोरी संप्रेक्षण गृह में भेजा जाएगा।
कारोबारी की बेटी से करना चाहता था शादी
प्रखर ने पुलिस को बताया कि वह कारोबारी की बेटी से शादी करना चाहता था। दोस्ती की भनक लड़की की मां को लग गई थी। उन्होंने बेटी पर पहरा बैठा दिया। फोन काॅल से लेकर हर चीज पर नजर रखी जा रही थी। बंदिशों से वह परेशान हो गया था। उसका प्यार उससे छिन रहा था। वह अंजलि को नहीं मारता तो वह उसे जेल भिजवा देती। उसने हत्या में अपने साथी शीलू को लालच देकर शामिल किया था।
केदारनाथ जाने की बोलकर निकला
पूछताछ में सामने आया कि प्रखर केदारनाथ जाने की कहकर निकला था। प्रखर की मां ने पुलिस को बताया कि तीन दिन से शहर से बाहर है। जबकि उसकी लोकेशन बुधवार तक शहर में थी। इससे पुलिस का शक उस पर और गहरा हो गया।
मां बोलीं पुत्र की दोस्ती की नहीं थी भनक
प्रखर की मां को पुत्र की हरकत का पता चला ताे उनकी आंखों में आंसू थे। पुलिस से उनका कहना था कि पुत्र की कारोबारी की बेटी से दोस्ती की उन्हें भनक नहीं थी। पता होता तो यह नौबत नहीं आती। उन्होंने बताया कि पैतृक गांव गंजडुंडवारा में रंजिश में परिवार में दो लोगों की हत्या हो गई। पहले ससुर को मारा, वर्ष 2013 में पति की हत्या कर दी गई। दोनों बेटों की बेहतर परवरिश के लिए वह गांव से आगरा आ गई थीं।
बेटे की अय्याशी ने बर्बाद किया सबकुछ
प्रखर की माँ का कहना है कि बेटे की हर इच्छा को पूरा किया। एक वर्ष पहले बाइक की जिद की। उन्होंने पौने दो लाख रुपये जुटाकर उसे बाइक दिलाई थी, महंगा मोबाइल दिलाया। जिससे कि वह पिता के बाद कोई कमी महसूस न करे। बड़ा होकर अपना भविष्य बनाए। बेटे ने अय्याशी में सब कुछ बर्बाद कर दिया। वह उनसे सारी बात बताता था। यदि दोस्ती की बात भी बता देता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता। यदि वह जिद करता तो कारोबारी परिवार से मिलने जातीं। उन्हें मनाने का प्रयास करतीं।