लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जिला अदालत में गैंगस्टर और मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की बुधवार दोपहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रदेशभर की अदालतों को अलर्ट किया गया है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने देर शाम प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों और कमिश्नरेट को दिशा-निर्देश जारी किया है।
एडीजी ने कहा कि जिले और कमिश्नरेट में अदालतों की सुरक्षा की समीक्षा की जाए। अदालतों में पेशी पर आने वाले अभियुक्तों की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। खूफिया और सोशल मीडिया सेल को भी इस संबंध में सक्रिय व सचेत कर दिया जाए। समस्त जनपदों में जनपद न्यायाधीश / जिला मजिस्ट्रेट और बार एसोसिऐशन के पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर समस्त न्यायालय परिसरों की सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
गोलीकांड में बच्ची समेत दो घायल
दरअसल, बहुचर्चित भाजपा नेता ब्रह्मदत्त हत्याकांड के आरोपी गैंगस्टर संजीव जीवा को दोपहर तीन बजे के आसपास पेशी के लिए लखनऊ कोर्ट लाया गया था। तभी संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के लिए बदमाश वकील के भेष में आए थे। कोर्ट रूम में बीकेटी के भैसामऊ निवासी सौरभ अपनी पत्नी नीलम व पिता के साथ मौजूद थे। नीलम की गोद में उनकी डेढ़ साल की बेटी लाडो भी थी। गोली लाडो की पीठ व नीलम की अंगुलियों पर लगी। दोनों का इलाज जारी है। लाडो की हालत गंभीर है। वह आईसीयू में है। इसके अलावा अभिरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी कमलेश व लाल मोहम्मद भी घायल हुए हैं। दोनों के पैर में गोली लगी है। ये सभी खतरे से बाहर हैं।
फरवरी 1997 में की थी ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या
जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर संजीव जीवा मुख्तार अंसारी का करीबी था। संजीव जीवा ने उत्तर प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की 10 फरवरी 1997 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंत्री के साथ-साथ ब्रह्मदत्त भाजपा के कद्दावर नेता भी थे।