केरल सरकार ने वापस लिए राहुल गांधी को दिए गए दो पर्सनल स्टॉफ

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वायनाड। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सांसदी छिनने के बाद अब केरल सरकार ने उन्हें दिए दो पर्सनल स्टॉफ को वापस ले लिए हैं। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे। उन्हें राज्य सरकार की तरफ से दो पर्सनल स्टॉफ दिए गए थे।

सामान्य प्रशासन के संयुक्त सचिव द्वारा जारी आदेश में पर्सनल असिसटेंट रतीश कुमार के आर और ड्राइवर मोहम्मद रफी को उनकी ड्यूटी से फ्री कर दिया गया है। रतीश कुमार और मुहम्मद रफ़ी को उनके पहचान पत्र वापस करने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रतीश कुमार को वापस अपना डिपार्टमेंट ज्वॉइन करने के लिए कहा गया है। वह पहले सुल्तान बाथरी स्थित पुनर्सर्वेक्षण के अधीक्षक के कार्यालय में काम कर रहे थे। आपको बता दें कि राहुल गांधी को गुजरात की एक अदालत द्वारा मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा स्पीकर ने अयोग्य घोषित कर दिया था।

2019 में दो जगह से चुनाव लड़े थे राहुल गांधी
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने साल 2019 में दो लोकसभा सीटों से किस्मत आजमाई थी। वह साल 2019 में अपनी परंपरागत यूपी की अमेठी की लोकसभा सीट के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़े थे। अमेठी में जहां राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा वहीं वायनाड से उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी।

2019 चुनाव से पहले राहुल गांधी अमेठी लोकसभा सीट से लगातार दो बार सांसद चुने गए थे। उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की नेता स्मृति ईरानी ने करीब 45 हजार मतों से मात दी थी। 2019 में अमेठी से सांसद चुनी गई स्मृति ईरानी को 4,68,514 वोट मिले जबकि सपा-बसपा गठबंधन द्वारा प्रत्याशी न उतारे जाने के बाद भी राहुल गांधी को अपने गढ़ में 4,13,394 वोट ही हासिल हुए। इस हार को उनके लिए बड़ा झटका माना जाता है। राहुल गांधी के लिए वायनाड का चुनाव परिणाम बड़ी संजीवनी लेकर आया। वायनाड में राहुल गांधी ने 4 लाख से भी ज्यादा मतों से जीत दर्ज की। इस चुनाव में राहुल गांधी को 7,06,367 वोट मिले जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे सीपीआई के प्रत्याशी को सिर्फ 2,74,597 वोट मिले। हालांकि बाद में गुजरात कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी संसद सदस्यता छीन ली गई।

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