फेसबुक पर चल रहा ‘Look who just died’ स्कैम, रहिये सावधान

साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जितना सावधान लोगों को सरकार और मीडिया की तरफ से किया जा रहा हैं उतने ही एडवांस तरीके से हैकर्स लोगों को ठग रहे हैं। इस बीच फेसबुक पर एक नए तरह का स्कैम शुरू हुआ है जो ‘Look who just died’ नाम से किया जा रहा है। अगर आप फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योकि हैकर्स आपको भी ऐसे ही टारगेट कर सकते हैं।

स्कैमर्स द्वारा भेजे गए मैसेज में आपको Look who just died जैसा मैसेज दिखाई देता है। इसमें एक लिंक होती है, जो किसी व्यक्ति की मृत्यु के बारे में एक न्यूज आर्टिकल पर आपको ले जाता है। इस मैसेज में ‘So Sad’ या “I know you know her/him’ जैसे वाक्यांश ( फ्रेज) शामिल हो सकते हैं ताकि रिसीवर इस सोच में पड़ जाए कि जिस व्यक्ति की मृत्यु या तो वह बहुत फेमस व्यक्ति है या फिर वे उसे जानते हैं।

कैसे काम करता है ये स्कैम?
अगर आप ऐसे लिंक पर क्लिक करते है तो हो सकता है कि आप मालवेयर के चपेट में आ सकते है और आपकी व्यक्तिगत जानकारी खतरे में पड़ सकती है। आइये जानते हैं कि ये स्कैम कैसे काम करता है। इसमें स्कैमर फेसबुक लॉगिन विवरण मांग सकते हैं, जिससे अकाउंट एक्सेस और वित्तीय जानकारी की संभावित चोरी हो सकती है। इसके साथ ही नकली समाचार लिंक डिवाइस पर मैलवेयर भी इंस्टॉल कर सकते हैं, जिससे हैकर्स को व्यक्तिगत डेटा तक एक्सेस मिल सकता है।

किसको हो सकता है खतरा?
एक बार जब हैकर आपके खाते पर नियंत्रण हासिल कर लेता है, तो वे आपको लॉक कर सकते हैं और फिर आपके खाते से आपके दोस्तों को इसी तरह के संदेश भेज सकते हैं। यह स्कैम आमतौर पर फेसबुक मैसेंजर पर हो रहा है, लेकिन आपको टेक्स्ट या ईमेल जैसे मैसेज भी मिल सकते हैं।

अब तक गवां दिए इतने रुपये
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता आयोग (ACCC) स्कैमवॉच के अनुसार, अकेले 2023 में फिशिंग की वजह से ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने 11.5 मिलियन डॉलर से ज्यादा रुपए ठगो के साथ चढ़ाएं हैं। एक रिपोर्ट में ये जानकारी निकलकर सामने आई है कि हर सात मिनट में यूके में एक ग्राहक मेटा के अलग-अलग प्लेटफार्म में ऑनलाइन स्कैम का शिकार हो जाता है और हफ्ते भर में लोग 5,00,000 पाउंड से भी अधिक पैसा गवा देते हैं। एक और हैरान करने वाली खबर ये है कि ऑनलाइन शॉपिंग घोटालों में से दो-तिहाई से अधिक फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शुरू होते हैं। इसकी जानकारी यूके स्थित लॉयड्स बैंकिंग ग्रुप के रिसर्च में सामने आई है।

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