तिरुवनंतपुरम। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह (गांधी) वायनाड में रहते हैं तो इसका वही हाल होगा, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी का हुआ, जब वह वहां से सांसद थे। उन्होंने कहा कि जब तक राहुल गांधी अमेठी में रहे तब तक बिजली,फायर स्टेशन, मेडिकल कॉलेज और केवी स्कूल जैसी सुविधाएं वहां के लोगों को नहीं मिलीं। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि वह उनकी वजह से उत्तर प्रदेश से वायनाड पहुंचे हैं।
केरल के तिरुवनंतपुर में भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) की ओर से आयोजित राज्य-स्तरीय महिला श्रमिक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद स्मृति ईरानी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान, उन्होंने कहा, “ये मेरा सौभाग्य है कि जो आज वायनाड के सांसद हैं उनको उत्तर प्रदेश से मैंने ही रवाना किया है। लेकिन रवाना करने के पीछे कारण क्या था? जब वह वहां के सांसद थे, तब 80 प्रतिशत लोगों के पास बिजली नहीं थी। जब वायनाड के सांसद अमेठी में थे तो डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर का ऑफिस नहीं था। जब वायनाड के सांसद अमेठी में थे तो वहां फायर स्टेशन नहीं था। जब वायनाड के सांसद अमेठी में थे तो वहां मेडिकल कॉलेज नहीं था। जब वायनाड के सांसद अमेठी में थे तो वहां के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डायलिसिसि सेंटर नहीं था और एक्स-रे मशीन नहीं थी। जब वायनाड के सांसद अमेठी में थे तो वहां केंद्रीय विद्यालय नहीं था, ना ही सैनिक स्कूल था और ना इंडोर स्टेडियम था।”
स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि राहुल गांधी अमेठी से गए तब जाकर यह सब मुमकिन हुआ है। इसके बाद उन्होंने मजाकिया अंदाज में वायनाड की जनता से कहा कि अब वह यहां रहेंगे तो यहां का भी हाल वैसा ही होगा, जैसा उन्होंने अमेठी में किया था इसलिए वह यहां ना रहें, उसकी व्यवस्था आपको करनी है।
ईरानी ने आगे कहा कि वह जहां भी रहती हैं, चाहे दिल्ली में हों या अमेठी में, उन्हें वायनाड की बहुत चिंता रहती है, इसलिए वहां की 250 आंगनवाड़ियों को सक्षम आंगनवाड़ियों में बदलने का फैसला किया है। सक्षम आंगनवाड़ी केंद्र की योजना है। महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने हाल में केरल के एक अस्पताल में डॉक्टर वंदना दास की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि यह आश्चर्यजनक बात है कि पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में ऐसी घटना हो गई। इसके अलावा, कार्यक्रम में मौजूद विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भी केरल में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल उठाए।