कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गोमूत्र से किया कर्नाटक विधानसभा का शुद्धिकरण

बैंगलूर। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत और सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधान सभा के परिसर को गोमूत्र से साफ किया। उन्होंने कहा कि वह इसे शुद्ध कर रहे हैं, जोकि बीजेपी के भ्रष्ट शासन की वजह से दूषित हो गया था। उन्होंने बीजेपी पर कई भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विधानसभा में गोमूत्र छिड़कते और पूजा करते हुए ट्विटर पर वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता एक बाल्टी में गौमूत्र लिए हुए है। साथ ही अपने हाथों में इसे छिड़कने के लिए पूजा के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली लकड़ी ले रखी है। कांग्रेस कार्यकर्ता बाल्टी में इस लकड़ी को डुबाते हैं और फिर परिसर में गौमूत्र छिड़कते हैं। यह काम कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे विधानसभा परिसर के चारों ओर करते हैं।

डीके शिवकुमार ने किया था वादा
बीजेपी पर भ्रष्टाचार से विधानसभा को प्रदूषित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने के बाद गोमूत्र से शुद्ध करने का वादा किया था। हालांकि कार्यक्रम में कांग्रेस का कोई मंत्री या विधायक शामिल नहीं हुआ। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने जनवरी में कहा था कि वह सत्ता में आने के बाद विधान सभा को डेटॉल और गोमूत्र से शुद्ध करेंगे।

कांग्रेस का बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप
5 मई को चुनाव से कुछ दिन पहले, कर्नाटक कांग्रेस एक ‘करप्शन रेट कार्ड’ लेकर आई, जिसमें तत्कालीन सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार की तरफ से किए गए विभिन्न ‘घोटालों’ की ओर इशारा किया गया था।

बीजेपी को बताया ‘ट्रबल इंजन सरकार’
कांग्रेस ने ‘करप्शन रेट कार्ड’ में कहा कि मुख्यमंत्री पद पर 2500 करोड़ रुपये और मंत्री पद पर 500 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। बीजेपी की ‘डबल इंजन सरकार’ को ‘ट्रबल इंजन सरकार’ बताते हुए कांग्रेस ने रेट कार्ड पर कमीशन का जिक्र किया, जिसमें लिखा था, ‘सरकार अलग डील की मांग करती है। यह म्यूट अनुदान के लिए 30 प्रतिशत कमीशन के साथ शुरू होता है, सड़क अनुबंधों के लिए 40 प्रतिशत और कोविड-19 आपूर्ति के लिए 75 प्रतिशत तक जाता है।

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