इंटरनेट की दिग्गज कंपनी गूगल अपने अकाउंट से जुड़ी के पॉलिसी को अपडेट कर रही है। Google ने कहा कि वह उन अकाउंट को डीएक्टिवेट करने की प्लानिंग कर रहा है जो दो साल या उससे अधिक समय से इनएक्टिव हैं।
एक ब्लॉग पोस्ट में घोषणा करते हुए Google ने कहा कि यह सिक्योरिटी को और मजबूत करने और अपने यूजर्स के लिए रिस्क को कम करने के लिए ये नए प्रयास चल रहे हैं। 2020 में, Google ने कहा था कि वह एक इनएक्टिव अकाउंट से यूजर्स के कंटेंट को हटा देगा, लेकिन खाते को ही नहीं हटाएगा। आज की घोषणा उस नीति में बदलाव है। बता दें कि कंपनी दिसंबर 2023 से खातों को हटाना शुरू कर देगी।
Google इनएक्टिव अकाउंटस को क्यों हटा रहा है?
ब्लॉग पोस्ट में Google बताया है कि उसके द्वारा किए गए एनालिसिस से पता चलता है की उसके पास अनयूज़ड अकाउंट एक्टिव अकाउंट के से 10 गुना ज्यादा है। मतलब, ये खाते अक्सर असुरक्षित होते हैं, और एक बार खाते से छेड़छाड़ होने के बाद, इसका उपयोग इनफार्मेशन की चोरी से लेकर किसी भी चीज़ के लिए किया जा सकता है।
क्या सभी Google अकाउंट इस नई पॉलिसी का हिस्सा हैं?
नहीं, पॉलिसी केवल व्यक्तिगत Google खातों पर लागू होती है। कंपनी के अनुसार, यह स्कूलों और व्यवसायों जैसे संगठनों के खातों को प्रभावित नहीं करेगी।
यूजर्स को डिलीट होने वाले अकाउंट्स के बारे में कैसे पता चलेगा?
Google का कहना है कि यह एक फेज्ड एप्रोच अपनाएगा, जो उन अकाउंट से शुरू होगा जो बनाए गए थे और फिर कभी उपयोग नहीं किए गए। खाता हटाने से पहले, गूगल खाते के ईमेल पते और रिकवरी ईमेल (यदि कोई प्रदान किया गया है) दोनों पर कुछ महीनों तक डीएक्टिवेशन का मेसेज भेजेगा।