गाजियाबाद। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गाजियाबाद के लोनी इलाके में नकली करेंसी छापने का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने शुक्रवार को तमिलनाडु के आरोपी को गिरफ्तार कर करीब पौने 7 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो 100 रुपए के नकली नोट को 30 रुपए में बेचता था। उसने यह भी खुलासा किया वो दिल्ली में नोट सप्लाई करने के लिए ही आया था।
स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन सिंह के अनुसार, इंस्पेक्टर विनय पाल व अरविंद सिंह की टीम गैंगस्टर पर नजर बनाए हुई थी। इस दौरान सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति दिल्ली-एनसीआर में नकली नोट छापने व उन्हें खपाने में लगा हुआ है। पता चला कि प्रशांत नकली नोट लेकर इंद्रप्रस्थ पार्क आएगा। एसीपी ललित मोहन नेगी की देखरेख में इंस्पेक्टर विनय व अरविंद सिंह की टीम ने घेराबंदी कर प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि वह ये नोट गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र स्थित किराए के मकान में छापता है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस मकान पर छापा मारा। यहां से पुलिस को 200, 500 और 2 हजार रुपए वाले करीब पौने 5 लाख रुपए कीमत के नकली नोट मिले। इसके अलावा करीब 35 हजार सफेद कागज, प्रिंटर, कटर पेपर, सुरक्षा धागे के रूप में प्रयुक्त होने वाली रंगीन टेप आदि सामान बरामद किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रशांत उर्फ विराट सफेद कागज पर नए नोट चिपका कर उन्हें स्कैन करता था। इसके बाद प्रिंटर से उसी साइज के नए नोट निकालता था। इन नोटों पर महात्मा गांधी का वाटर-मार्क छापने के लिए स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम का यूज करता था। नोटों की कटिंग में असली वाले से कोई अंतर न हो, इसके लिए वह ट्रांसपेरेंट ग्लास स्लैब्स प्रयुक्त करता था। जबकि सुरक्षा धागा लगाने के लिए रंगीन वाली प्लास्टिक टेप काम में लाई जाती थी। 30% असली पैसा के साथ आरोपी नकली नोट लोगों को बेचता था। मतलब 300 रुपए के असली नोट देने पर 1000 के नकली नोट देता था।
जेल में सीखा नोट बनाना
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रशांत उर्फ विराट मूलत तमिलनाडु राज्य में त्रिशूर जिले का रहने वाला है। प्रशांत ने 10वीं में पढ़ाई छोड़कर एसी रिपेयर का काम सीखा था। लोनी की सिहानी थाना पुलिस ने उसे वर्ष 2015 में चोरी की बाइक के साथ पकड़ा था। जेल में उसकी मुलाकात नकली नोट छापने वाले अमित से हुई। अमित ने उसे नकली नोट छापने व बाजार में खपाना बताया। गाजियाबाद व मेरठ पुलिस ने उसे एक-एक बार नकली नोट पहले भी गिरफ्तार कर चुकी हैं।