‘पीएम मोदी संसद में जवाब नहीं देते, मैं उनके प्रश्न का उत्तर क्यों दूं’, बोले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे

मुदबिदरी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए प्रचार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दक्षिण कन्नड़ के मुदबिदरी में जनसभा में शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां अपने भाषण की शुरुआत बजरंग बली के जयकारे से की। इसके जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी जी कभी भी संसद में जवाब नहीं देते तो मैं उनके हर प्रश्न के जवाब क्यों दूं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कलबुर्गी में कहा, “मैं प्रधानमंत्री के भाषण पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, उन्होंने जो भी कहा वह उनके विचार हैं। मोदी जी कभी भी संसद में जवाब नहीं देते तो मैं उनके हर प्रश्न के जवाब क्यों दूं?” दरअसल, कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई समेत नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है। इस पर बीजेपी ने इस पूरे मसले को हनुमानजी से जोड़कर कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा में निशाना साधते हुए कहा कि ये दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने हनुमानजी को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है।

पीएम मोदी ने कहा, “कर्नाटक वाले कांग्रेस का खौफनाक चेहरा देख रहे हैं। आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है।”

PM ने खड़गे के सांप वाले बयान का जवाब दिया था
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक की 2 जनसभाओं में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का नाम लिए बिना उनके बयान का जिक्र किया था। मोदी ने कहा था- कर्नाटक के चुनाव में कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा सांप है। मेरी तुलना ये लोग सांप से कर रहे हैं, लेकिन सांप भगवान शंकर के गले की शोभा है और मेरे लिए देश की जनता ईश्वर का रूप है, शिव का ही स्वरूप है, इसलिए ईश्वर रूपी जनता के गले का सांप होना भी मुझे स्वीकार है।

दो दिन पहले बीदर में हुई जनसभा में पीएम ने कहा था- मुझे कांग्रेस के लोगों ने 91 बार गालियां दीं। गालियों के शब्दकोष में टाइम खराब करने के बजाय अगर कांग्रेस ने इतनी मेहनत गुड गवर्नेंस में की होती तो इनकी इतनी दयनीय स्थिति नहीं होती।

Exit mobile version