गाजियाबाद। गाजियाबाद में मेयर टिकट के लिए भाजपा में घमासान मच गया है। भाजपा महिला मोर्चा ने महापौर के लिए भेजे पांच नामों में तीन नेताओं की पत्नियों को शामिल करने का विरोध किया है। महिला मोर्चा का कहना है कि जब हम पार्टी वर्कर हैं तो नेताओं की पत्नियों को क्यों टिकट दिया जाए? महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को दिल्ली जाकर पार्टी मुख्यालय पर प्रोटेस्ट भी किया था। शुक्रवार को वे लखनऊ पहुंच गई हैं।
मुख्य कार्यकारिणी ने महापौर प्रत्याशी के लिए निवर्तमान महापौर आशा शर्मा व प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल के अलावा भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की पत्नी रितु शर्मा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल की पत्नी डा. रुचि गोयल और यशोदा अस्पताल, नेहरू नगर के निदेशक डा. दिनेश अरोड़ा की पत्नी शशि अरोड़ा का नाम भेजा है। आशा शर्मा का भी अंदर खाने विरोध हो रहा है, ऐसे में सुनीता दयाल का नाम सबसे ऊपर है।
वहीं महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री रुचि गर्ग का कहना है कि उनके साथ क्षेत्रीय मंत्री डा. उदिता त्यागी, पूनम कौशिक, रनीता सिंह, निवर्तमान पार्षद साक्षी नारंग और मीना भंडारी समेत कई नेत्रियों ने दावेदारी की थी। संगठन के लिए लंबे समय से कार्य कर रहीं इन नेत्रियों का पोर्टफोलियो क्या इन तीन महिलाओं से कमजोर है। संगठन में पद पर बैठे नेताओं ने अपनी पत्नी के नाम भेजकर गलत संदेश दिया है। उदिता त्यागी ने भी कहा कि संगठन में पत्नियों से पहले कार्यकर्ता को तवज्जो देनी चाहिए। महिला मोर्चा ने कहा कि गाजियाबाद मेयर सीट महिला के लिए आरक्षित है। इसलिए किसी नेता की पत्नी की बजाय महिला मोर्चा से ही किसी साथी को मेयर का प्रत्याशी बनाया जाए।
बताया जा रहा है विवाद बढ़ता देख प्रदेश नेतृत्व ने गाजियाबाद के सभी जनप्रतिनिधियों और प्रमुख पदाधिकारियों को लखनऊ बुला लिया है। लखनऊ में इसे लेकर महत्वपूर्ण बैठक होगी। यहां से सबकी राय से नाम सुझाकर नए सिरे से पैनल बनेगा और फिर वो दिल्ली भेजा जाएगा। दिल्ली से 22 अप्रैल को नाम घोषित कर दिया जाएगा।