नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने नकली और खराब गुणवत्ता की दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों पर शिकंजा कसा है। सरकार ने ऐसी दवा कंपनियों के 18 लाइसेंस रद्द कर दिए हैं।
बीते कुछ वक्त से विदेशों में जाने वाली भारतीय दवाओं को लेकर अनियमितता देखने को मिल रही है। इसी के साथ कई घटनाएं देश में भी हो चुकी है, जिसके बाद भारत सरकार ने गंभीर होते हुए यह सख्त कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने 18 फार्मा कंपनी का लाइसेंस रद्द करते हुए इन कंपनियों को मैन्युफैक्चरिंग बंद करने का आदेश भी जारी किया है। इसी के साथ 3 फार्मा कंपनी के खास प्रोडक्ट का परमिशन भी कैंसिल कर दिया है।
20 राज्यों में DCGI का परीक्षण
न्यूज एजेंसी ने ऑफिशियल सोर्स का हवाला देते हुए बताया है कि भारत सरकार ने 20 राज्यों की 76 कंपनियों पर भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) के निरीक्षण के बाद नकली दवाओं के निर्माण के लिए 18 फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए हैं।
26 फार्मा कंपनी को भेजा नोटिस
आधिकारिक सूत्र के पता चला है कि नकली दवाओं के निर्माण से जुड़ी देश भर की फार्मा कंपनियों पर सरकारी की ओर से बड़ी कार्रवाई की जा रही है। भारतीय औषधि महानियंत्रक DCGI ने 26 फार्मा कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी भी जारी किया है। बताया जा रहा है कि DCGI का यह अभियान करीब 15 दिनों से चलाया जा रहा है।