फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़, करोड़ों की जमीन खरीदी, अय्याशी में फूंके लाखों रुपये

हरिद्वार। उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस ने लक्सर में फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ठगों का यह गिरोह युवाओं को सरकारी नौकरी के सपने दिखाकर उनसे मोटी रकम ऐंठा करते थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

एसएसपी अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्त में आए चारों आरोपियों के नाम लक्सर और रुड़की निवासी अब्दुल कादिर, खुर्शीद आलम चिश्ती, दिनेश डोगरा और सौरभ हैं जबकि लखनऊ निवासी विजय श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव और लक्सर निवासी रिजवान व सारिका बानो की तलाश है। इन आरोपियों के पास से पुलिस को फर्जी नियुक्ति पत्र, 60 हजार रुपये नकद, 6 मोबाइल फोन और कई शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी बरामद हुए हैं।

एसएसपी के अनुसार, यह गिरोह सुनियोजित तरीके से भर्ती सेंटर का संचालन कर रहा था। यह ठग सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलते थे। 2019 से सक्रिय गैंग बनाकर सौ से अधिक बेरोजगारों को ठगा गया। लखनऊ के एक नामी होटल में युवकों को बुलाकर अपना रुतबा दिखाया जाता था। 100 से अधिक बैंक खातों में रकम भी भेजी गयी है। इसके अलावा लाखों रुपये नगद भी लिए गए।

आरोपियों ने पीड़ित परिवारों की खून पसीने की कमाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। पश्चिम यूपी और रुड़की समेत अन्य जगहों पर जमीन खरीदी गई। इसके अलावा मेडिकल स्टोर भी खोले गए हैं। सरगना ने यूपी के सहारनपुर में रिश्तेदारों के नाम पर भी जमीन खरीदी है।

अय्याशी में सौरभ ने फूंके लाखों रुपये
खुर्शीद आलम चिश्ती के कनखल स्थित कंप्यूटर सेंटर में सौरभ और दिनेश डोगरा संपर्क में आए थे। जहां से गैंग बनाया गया। सेंटर में आने वाले युवाओं से इन्होंने पहली शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने नेटवर्क फैलाना शुरू कर दिया। डेढ़ लाख से सरकारी नौकरी की बोली शुरू हो जाती थी। जो लाखों रुपये तक पहुंची। गैंग में सौरभ ने लाखों रुपये अपनी अय्याशी में फूंक लिए। होटलों में ठहरना, घूमना फिरना और अन्य शौक में लाखों रुपये सौरभ ने उड़ाए।

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